जाडे का मौसम ठंडे तापमान के साथ-साथ लाता है। फलस्वरूप त्वचा में पानी और पोषक तत्वों की कमी होने लगती है। त्वचा बेजान दिखने लगती है। कई बार तो सूखी त्वचा की वजह से त्वचा पर बारीक धारियां और झुर्रियां भी नजर आने लगती है। लेकिन थोडी देखभाल और मसाज आप की त्वचा और शरीर दोनों को खुशनुमा बना सकती है। इस बारे में आइये जानते हैं।
मसाज बहुत जरूरी होती है, क्योंकि इस मौसम में त्वचा रूखी हो जाती है और हड्डियों के जोडों में अकडन हो जाती है। मांसपेशियों और हड्डियों के जोडों में अकडन हो जाती है। मांसपेशियों भी अकड जाती हैं। आयल मसाज से मांसपेशियों और हड्डियों के जोडों को गति मिलती है, जो शरीर के लिए लाभदायक होती है। मसाज के बाद स्टीम लेना भी अच्छा रहता है।
इस स्वीडिश मसाज भी कहा जाता है। इस में तिल और सनफ्लोवर के तेल का प्रयोग कर मसाज की जाती है।
मसाज बहुत जरूरी होती है, क्योंकि इस मौसम में त्वचा रूखी हो जाती है और हड्डियों के जोडों में अकडन हो जाती है। मांसपेशियों और हड्डियों के जोडों में अकडन हो जाती है। मांसपेशियों भी अकड जाती हैं। आयल मसाज से मांसपेशियों और हड्डियों के जोडों को गति मिलती है, जो शरीर के लिए लाभदायक होती है। मसाज के बाद स्टीम लेना भी अच्छा रहता है।
आयल मसाज-:
इस स्वीडिश मसाज भी कहा जाता है। इस में तिल और सनफ्लोवर के तेल का प्रयोग कर मसाज की जाती है।
हॉट स्टोन मसाज
इसमें लावा से निकले पत्थर का प्रयोग कर मसाज की जाती है। इस पत्थर में हीट अधिक देर तक रहती है, जिस के प्रयोग से सर्दियों में मसाज करनेपर जौइंट्स का काफी राहत मिलती है।
हर उम्र में मसाज जरूरी है और आज की लाइफ स्टाइल में तो इस का खास उपयोग है, क्योंकि आजकल अधिकतर महिलाएं बाहर काम करती हैं, जहां उन्हें एक जगह बैठ कर अधिक समय तक काम करना पडता है। इसएिल सप्ताह में एक बार मसाज अवश्य करवाएं।
स्टीम से ब्लड सरकुलेशन बढता है। आक्सीन और न्यूट्रीएंट्स कोशिकाओं के अंदर जा कर शरीर और त्वचा को पोषक तत्तव प्रदान करते हैं।