पूरा नाम – विलियम हेनरी गेट्स III
जन्म – 28 अक्टूबर 1955
जन्मस्थान – सीऐटल, वाशिंगटन
पिता – विलियम एच. गेट्स
माता – मैरी मैक्सवेल गेट्स
विवाह – मेलिण्डा गेट्स
अगर आप बिल गेट्स के जीवनशैली के बारे में सोचते हैं तो हम आपको उनसे जुडी कुछ बाते बताने जा रहें हैं लेकिन उससे पहले आपको बता दें कि बिल गेट्स बहुत ही साधारण जीवन जीते हैं। बिल गेट्स अपने बर्तन खुद धोते हैं यह विश्वास करना मुश्किल है कि दुनिया का सबसे अमीर आदमी अपने बर्तन खुद धोता है। अगर वो चाहे तो जाने कितने आदमी इस काम के लिए रख सकता है लेकिन वह इसे खुद ही करना पसंद करते हैं। बिल गेट्स का मानना है कि इससे उनका दिमाग रिलैक्स होता है।
जन्म – 28 अक्टूबर 1955
जन्मस्थान – सीऐटल, वाशिंगटन
पिता – विलियम एच. गेट्स
माता – मैरी मैक्सवेल गेट्स
विवाह – मेलिण्डा गेट्स
साल 2017 में 89.3 बिलियन यूएस डॉलर के साथ बिल गेट्स दुनिया के 5 सबसे अमीर आदमियों में से एक हैं। बिल गेट्स दुनिया की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक हैं। बिल गेट्स एक सफल व्यवसायी होने के बावजूद बहुत ही साधारण जिंदगी जीना पसंद करते हैं। बिल गेट्स ने अपनी 17 साल की छोटी से उम्र में कंपनी के सीइओ के रूप में अपना कदम रखा था। बिल गेट्स की सफलता के पीछे उनकी मेहनत, उनकी लगन और उनका व्यवसाय करने का गुण, इन सबका हाथ है।दुनिया के सबसे अमीर आदमी के लिए इस दुनिया में कुछ भी असंभव नहीं है क्योंकि उनके पास पैसों की कोई कमी नहीं होती है। दुनिया के सबसे अमीर आदमियों में से एक बिल गेट्स के बारे में आप सोचते होंगे कि उनके पास कई सारे लक्ज़री घर होंगे, घर के अन्दर मंहगी मंहगी चीजें होंगी, कई सारी गाड़ियां होंगी, प्राइवेट जेट होंगे और भी कई सारी चीजें होंगी।
बिल गेट्स / Bill Gates एक अमेरिकन उद्योग के प्रभावशाली व्यक्ति, महान निवेशक, कंप्यूटर प्रोग्रामर और खोजकर्ता हे. गेट्स का जन्म सीऐटल, वाशिंगटन में हुआ. उनके माता-पिता, विलियम एच. गेट्स और मैरी मैक्सवेल गेट्स, बिल गेट्स की पूर्वज भाषाओ में इंग्लिश, जर्मन और स्कोटिश शामिल है. उनके पिता एक प्रख्यात वकील थे और उनकी माता यूनाइटेड वे के अन्तर्राज्यीय बैंक प्रणाली में बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर के पद पर कार्यरत थी. गेट्स के नाना जे.डब्लू. मैक्सवेल, राष्ट्रिय बैंक के अध्यक्ष थे. गेट्स को एक बड़ी बहन ख्रिस्ती और एक छोटी बहन लिब्बी है. वे उनके परिवार में उनके नाम के चौथे थे लेकिन फिर भी उन्हें विलियम गेट्स III के नाम से जाना जाता था क्यू की उनके पिता “II” थे. उनके जीवन के प्रारम्भ में ही, गेट्स के माता-पिता उन्हें कानून की शिक्षा देना चाहते थे. जब गेट्स युवा थे, तब उनका परिवार रोज़ चर्च प्रार्थना करने जाता था. उनका परिवार एक प्रतियोगी परिवार बनकर उभरना चाहता था, एक रिपोर्टर ने ऐसा बताया की, “चाहे कोई भी प्रारूप हो, कोई भी प्रतियोगिता हो उनके परिवार में हमेशा जितने पर पुरस्कार दिया जाता और हारने पर दंड दिया जाता”.
13 साल की आयु में उन्हें लेकसाइड स्कूल में डाला गया, जो की एक प्रचलित प्राइवेट स्कूल था. जब वे आठवीं कक्षा में थे, विद्यालय के मदर क्लब ने लेकसाइड स्कूल के रद्दी सामानों की बिक्री से प्राप्त धन का उपयोग विद्यालय के छात्रों के लिए एक ऐ.एस.आर – 33 टेलीपैथी टर्मिनल तथा जनरल इलेक्ट्रिक(जी.ई.) कंप्यूटर पर एक कंप्यूटर प्रोग्राम खरीदने के लिए किया. गेट्स ने बेसिक प्रोग्रामिंग भाषा में (जी.ई.) सिस्टम की प्रोग्रामिंग में रूचि दिखाई और उन्हें उनकी इस रूचि के लिए गणित की कक्षाओं से छूट दी गई। उन्होंने अपना पहला कंप्यूटर प्रोग्राम इस मशीन पर लिखा : जो था टिक-टैक-टो (tic-tac-toe) का उपयोगकर्ता (यूज़र) को कंप्यूटर से खेल खेलने का अवसर प्रदान करता था।
13 साल की आयु में उन्हें लेकसाइड स्कूल में डाला गया, जो की एक प्रचलित प्राइवेट स्कूल था. जब वे आठवीं कक्षा में थे, विद्यालय के मदर क्लब ने लेकसाइड स्कूल के रद्दी सामानों की बिक्री से प्राप्त धन का उपयोग विद्यालय के छात्रों के लिए एक ऐ.एस.आर – 33 टेलीपैथी टर्मिनल तथा जनरल इलेक्ट्रिक(जी.ई.) कंप्यूटर पर एक कंप्यूटर प्रोग्राम खरीदने के लिए किया. गेट्स ने बेसिक प्रोग्रामिंग भाषा में (जी.ई.) सिस्टम की प्रोग्रामिंग में रूचि दिखाई और उन्हें उनकी इस रूचि के लिए गणित की कक्षाओं से छूट दी गई। उन्होंने अपना पहला कंप्यूटर प्रोग्राम इस मशीन पर लिखा : जो था टिक-टैक-टो (tic-tac-toe) का उपयोगकर्ता (यूज़र) को कंप्यूटर से खेल खेलने का अवसर प्रदान करता था।
बिल गेट्स / Bill Gates इस मशीन से सहज आकर्षित थे कि कैसे यह हमेशा सॉफ़्टवेयर कोड सही तरीके से संपादित करती है। बाद में इस क्षण को पीछे मुड कर देखते हुए उन्होंने टिप्पणी की और कहा, “मशीन में जरुर कुछ गहरी (सीक्रेट) बात रही होगी.” मदर क्लब के दान के पैसे समाप्त हो जाने के बाद, वे अन्य छात्रों के साथ डीईसी(DEC) पीडीपी(PDP) मिनी कंप्यूटरों (mini Computer) सिस्टमों पर समय मांगते रहे. इनमें से एक सिस्टम पीडीपी-10 (PDP-10) कंप्यूटर सेण्टर कारपोरेशन (सीसीसी) का था, जिसके द्वारा लेकसाइड के चार छात्रो- गेट्स, पाल एलेन(Paul Allen), रिक वेइलैंड(Ric Weiland) और केंट एवंस पर पुरे गर्मी महीने के लिए प्रतिबन्ध लगा दिया गया – जब उन्हें ऑपरेटिंग सिस्टम में हो रही खामिया करते हुए पकड़ा गया था।
प्रतिबंध के अंत में, चारों छात्रों ने नि:शुल्क कंप्यूटर समय के बदले में सीसीसी के सॉफ्टवेयर की खामियो को मुक्त करने की पेशकश की. टेलीपैथी माध्यम से सिस्टम के उपयोग की बजाए, गेट्स सीसीसी के कार्यालयों में जाते रहे और विभिन्न कार्यक्रमों के लिए सोर्स कोड (source code) जो कि फोर्टरन(FORTRAN), लिस्प(LISP) और मशीन भाषा सहित सिस्टमों में जुड़े होते हैं, का अध्ययन किया। सीसीसी के साथ यह व्यवस्था 1970 तक चलती रही. अगले वर्ष, इन्फोर्मेशन साइंसेस आइ.एन.सी. लेकसाइड के चार छात्रों को कंप्यूटर समय एवं रॉयल्टी उपलब्ध कराकर कोबोल(COBOL), पर एक पेरोल प्रोग्राम लिखने के लिए किराए पर रख लिया। जब तक प्रशासको को उनके प्रोग्रामिंग क्षमताओं के बारे में जानकारी हुई, तब तक गेट्स ने कक्षाओं में छात्रों को अनुसूचित करने के लिए विद्यालय हेतु एक कंप्यूटर प्रोग्राम लिखा. उन्होंने कोड में इस तरह संशोधन किए ताकि उन्हें अधिकांश महिला छात्राओं वाली कक्षाओं में रखा जाता रहे. बाद में उन्होंने वर्णन किया कि ” एक मशीन, जिसपर मैं इतना भरोसा करता था, उस से उस समय मुझे अलग करना नामुमकिन था” 17 वर्ष की आयु में, गेट्स ने एलन के साथ मिलकर, इंटेल 8008 प्रोसेसर(Traf-O-Data) पर आधारित यातायात काउंटर (traffic counter) बनाने के लिए ट्राफ-ओ-डाटा (Intel 8008) के नाम से एक उपक्रम बनाया.
बिल गेट्स / Bill Gates लेकसाइड स्कूल से वर्ष 1973 में ग्रेजुएट हुए. संयुक्त राज्य में कॉलेज दाखिले के लिए मानकीकृत परीक्षा SATs में उन्होंने 1600में 1590 अंक प्राप्त किए, एवं तत्पश्चात सन् 1973 में हावर्ड कॉलेज (Harvard College) में उनका एडमिशन हुआ. हालांकि हार्वर्ड में, उन्हें अपने भविष्य के व्यापारिक साझीदार स्टीव बल्ल्मेर (Steve Ballmer) मिले, जिन्हें बाद में उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ के रूप में नियुक्त किया।
उनके कॉलेज के दूसरे वर्ष में, हैरी लेविस द्वारा कक्षा में बताये गए सारी मुश्किलो को उन्होंने अपने तंत्रज्ञान की मदद से दूर किया. हैरी लेविस उनकी कॉलेज के ही एक प्रोफेसर थे. उनके तंत्रज्ञान को पिछले 30 वर्षो के इतिहास में सबसे बड़ी सफलता मिली, और उनके द्वारा निर्मित किया हुआ सॉफ्टवेयर सबसे आसान और तेज़ साबित हुआ. बाद में उनकी इस महँ उपलब्धि को हॉवर्ड की साइंटिस्ट बुक में भी प्रकाशित किया गया.
जब बिल गेट्स/ Bill Gates एक विद्यार्थी थे तब उन्हें क्या पढ़ना है इसका जरा भी अंदाज़ा नही था, जब वे हॉवर्ड स्कूल के विद्यार्थी थे तब वे अपना ज्यादातर समय विद्यालय के कंप्यूटर का उपयोग करने में व्यतीत करते थे. 1974 की गर्मियों में गेट्स पॉल एलन से मिले, और उन्होंने एक दूसरे से अच्छे सम्बन्ध भी स्थापित किये. अगले ही वर्ष MITS अल्टेयर 8800 बाजार में आया जो इंटेल 8080 CPU पर ही आधारित था, और जैसे ही गेट्स और एलन ने ये सब देखा तो उन्होंने सोचा की खुद की एक सॉफ्टवेयर कंपनी बनाने का यह उनके पास सुनहरा अवसर है. उस समय गेट्स हॉवर्ड स्कूल के असफल छात्र थे. उन्होंने कंपनी खोलने के इस निर्णय के बारे में अपने माता-पिता को बताया, जिन्होंने कंपनी शुरू करते समय गेट्स की बहोत मदद की.
1975 में, गेट्स और पॉल एलन के साथ मिलकर माइक्रोसॉफ्ट की स्थापना की, जो बाद में विश्व की सबसे बड़ी PC सॉफ्टवेयर बनाने वाली कंपनी बनी. माइक्रोसॉफ्ट में उनके करियर के दौरान, गेट्स ने कंपनी के अध्यक्ष, सीईओ और मुख्य सॉफ्टवेयर निर्माता का पद ग्रहण कर रखा था और मई 2014 तक वे विश्व के सबसे बड़े वैयक्तिक शेयरहोल्डर बने रहे. गेट्स बहोत सी किताबो के रचयिता और सह-रचयिता भी है.
1987 की शुरुवात में ही, बिल गेट्स को विश्व में सर्वाधिक संपत्ति वाले लोगो की सूचि में भी शामिल किया गया और 2007-08 की आर्थिक मंदी को अगर छोड़ दिया जाये तो 1995 से 2014 तक वे उन सब में सबसे अमीर थे. तो 2009 और 2014 के बिच में, उनकी कुल संपत्ति US $40 बिलियन से बढ़कर सीधे US $ 82 बिलियन हो गयी. 2013 और 2014 के मध्य में उनकी संपत्ति फिर से US $ 15 बिलियन बढ़ी. और फिलहाल गेट्स विश्व के सबसे अमीर व्यक्ति है.
पर्सनल कंप्यूटर की क्रांति में गेट्स एक जाने-माने और बहुप्रचलित उद्योगपति है. उनके व्यापर संबंधी नियमो की वजह से कई बार उनकी आलोचनाएं भी की गयी, बल्कि कई बार तो मार्केट नियमो के विरुद्ध जाने पर उनपर क़ानूनी करवाई भी की गयी थी. लेकिन इसके तुरंत बाद उन्होंने अपने करियर को बहोत मजबूत और विश्वप्रसिद्ध बनाया, उन्होंने अपने सॉफ्टवेयर प्रोग्राम से कई विश्व रिकॉर्ड कायम किये और बहोत सी समाजसेवी संस्थाओ को बहोत बड़ा दान भी दिया. उन्होंने गेट्स और मेलिंडा द्वारा 2000 में स्थापित साइंटिफिक रिसर्च सेंटर को भी अपनी संपत्ति का कुछ भाग दान स्वरुप दिया.
बिल गेट्स ने जनवरी 2000 में ही माइक्रोसॉफ्ट में अपने चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर का पद छोड़ दिया. लेकिन कंपनी के अध्यक्ष और मुख्य सॉफ्टवेयर निर्माता के पद पर वे बने रहे. जून 2006 में, बिल गेट्स ने यह घोषणा की के वे माइक्रोसॉफ्ट में अब फुल टाइम काम करने की बजाये पार्ट टाइम काम करेंगे, और मेंडाल और अपनी संस्था में फुल टाइम काम करेंगे. क़ानूनी तौर से उन्होंने अपने सारे महत्वपूर्ण कामो को राय ओझी को स्थानांतरित किया और उन्हें मुख्य सॉफ्टवेयर निर्माता बनाया और क्रेग मुंडी को चीफ रिसर्च & स्ट्रेटेजी ऑफिसर बनाया. ओझि ने बाद में कुछ समय बाद कंपनी को छोड़ दिया. गेट्स का माइक्रोसॉफ्ट में फुल टाइम काम करने का आखरी दिन 27 जून 2008 था. फेब्रुअरी 2014 में उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट से अपना अध्यक्षता का पद भी छोड़ दिया और एक नए पद “तकनिकी सलाहकार” पद विराजमान हुए, ताकि वे नए सीईओ सत्या नाडेला की सहायता कर सके.
बिल गेट्स एक ऐसे शख्स हैं जिनका नाम सुनते ही दुनिया के सबसे पॉपुलर और महान उद्योगपति का चित्र हमारे सामने आ जाता है. दान करने के मामले में वें दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति हैं. कॉलेज में एक बार उनसे उनके लक्ष्य के बारें में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वो 30 साल की उम्र तक Millionaire बनना चाहते हैं लेकिन वह 30 साल तक Billionaire बन गये थे. गेट्स ने अपने जीवन में कभी हार नहीं मानी, उनका हमेशा से ही ऐसा मानना था की गलतिया तो सभी से होती है लेकिन उन गलतियों को जो सुधारने का प्रयास करे वही जीवन में सफल हो पाता है.
अगर आप बिल गेट्स के जीवनशैली के बारे में सोचते हैं तो हम आपको उनसे जुडी कुछ बाते बताने जा रहें हैं लेकिन उससे पहले आपको बता दें कि बिल गेट्स बहुत ही साधारण जीवन जीते हैं। बिल गेट्स अपने बर्तन खुद धोते हैं यह विश्वास करना मुश्किल है कि दुनिया का सबसे अमीर आदमी अपने बर्तन खुद धोता है। अगर वो चाहे तो जाने कितने आदमी इस काम के लिए रख सकता है लेकिन वह इसे खुद ही करना पसंद करते हैं। बिल गेट्स का मानना है कि इससे उनका दिमाग रिलैक्स होता है।
आईफोन रखना पसंद करते हैं बिल गेट्स जोकि माइक्रोसॉफ्ट का चेहरा हैं वो अपने लिए आईफोन का इस्तेमाल करते हैं। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि जब उन्होंने आईफोन खरीदा था तो वो इसके फीचर से बहुत प्रभावित हुए थे। उनका मानना है कि उनके माइक्रोसॉफ्ट की तुलना में आइफोन ज्यादा बढ़िया है। अगर अभी तक की जानकारी की बात करें तो बिल गेट्स आईफोन 5एस इस्तेमाल करते हैं।
जैनाडू यह बिल गेट्स के जीवन का बहुत ही महत्वपूर्ण भाग है। लगभग 6000 स्क्वायर फीट में फैले दुनिया के सबसे महंगे घर को बनाने में 7 साल लगे थे। आज ऐसा कहा जाता है कि इसकी कीमत 123 मिलियन यूएस डॉलर से भी ज्यादा है। आपको बता दें कि घर इतना बड़ा है कि इसको मेंटेन करने में एक बार में 150 लोगों की जरूरत होती है। इस घर में 24 बाथरूम, एक स्विमिंग पूल, 2100 स्क्वायर फुट की लाइब्रेरी और होम थिएटर आदि हैं। जैनाडू इतना बड़ा है कि बिल गेट्स इसके लिए 1 मिलियन प्रॉपर्टी टैक्स भरते हैं।
शानदार कारों का संग्रह है बिल गेट्स के गेराज में , एक बार बिल गेट्स ने कहा था कि वो पोर्श के बहुत बड़े फैन हैं। उनके पास कारों के कुछ ऐसे माँडल हैं जो मुश्किल से मिलते हैं, उनमे 1988, 959 और 930 टर्बो शामिल हैं। आज के समय में बिल गेट्स के गेराज में 23 कारें हैं। पोर्श 959 कूप एक ऐसी कार बिल गेट्स के पास है जो बहुत ही मुश्किल से मिलती है और अब तक इसके लगभग 337 माडल बनाए जा चुके हैं।
अक्सर अमीर लोग अपने व्यवसाय में अपने बच्चों को भी शामिल कर लेते हैं लेकिन बिल गेट्स और मेलिंडा गेट्स ने पहले ही यह साफ़ कर दिया था उनके बच्चे इस व्यवसाय में नहीं आयेंगे। बिल गेट्स कहते हैं कि उनके बच्चे अच्छी शिक्षा लें और अपना बिजनेस खुद स्थापित करें। बिल गेट्स नहीं चाहते हैं कि उनके बच्चे गरीब रहें लेकिन वो चाहते हैं कि वो अपना करियर खुद बनाएं और अपने कमाए हुए पैसों का आनंद लें।
इतनी सारी जिम्मेदारियों के होने के बावजूद बिल गेट्स को पेड़ पौधों से बहुत लगाव है। अपने मन को शांत रखने के लिए अक्सर वे पेड़ों के पास कुछ समय बिताते हैं। ऐसा कहा जाता है कि बिल गेट्स को अपने घर के पेड़ पौधे से बहुत लगाव है और उनमें से एक पेड़ लगभग 40 साल पुराना है जिसे वे बचपन से देखते आ रहे हैं। इस पेड़ की ख़ास निगरानी रखी जाती है और रोजाना इस पेड़ के पास कुछ समय बिताना बिल गेट्स की आदत में शुमार है। ये सब चीजें सिद्ध करती हैं कि दुनिया के सबसे अमीर आदमी होने के बावजूद भी वे एक साधारण ज़िन्दगी जीते हैं। इसलिए वे पूरी दुनिया के लिए इतने ख़ास हैं