अगर आप कम समय में बालों को परमानेंट, स्टाइलिश और ट्रेंडी लुक देना चाहती हैं तो परमानेंट हेयर सेटिंग अच्छा आप्शन है।
क्या है परमानेंट सेटिंग:- बालों को एक ही शेप में लंबे समय तक रखने की तकनीक को ही परमानेंट सेटिंग कहते हैं। परमानेंट सेटिंग से हम कर्ली बालों को स्ट्रेट बालों की शेप दे सकते हैं और स्ट्रेट बालों को कर्ली बालों की शेप देते हैं। आप कुछ समय तक बालों को एक ही शेप में रख सकते हैं।
बालों की प्रकृति के अनुरूप समय और पैसा ड्राई:- ड्राई बालों में 2 या 3 बार एंटी ब्रोक्रैज ट्रीटमेंट का इस्तेमाल किया जाता है। इसके इस्तेमाल से टूटे-फूटे या कमजोर बाल कम होते हैं। अगर बाल मोटे होने के साथ स्वस्थ भी हैं तो 25 से 3 मिनट का समय और बाल ड्राई होने के साथ पतले भी हैं तो 1 से 15 मिनट का समय लगता है।
कितने समय तक रहता है परमानेंट हेयर :- हेयर 6 से 8 महीनों तक स्थायी रहते हैं। उसके पश्चात नए बाल आने लगते हैं। जो अपने पहले की शेप में होते हैं। इन सभी बालों को दोबारा सेट करवाने के लिए परमानेंट सेटिंग करवानी पड़ती है।
हेयर ड्रायर, और जैल का इस्तेमाल बालों को स्टाइलिश और ट्रेंडी लुक तो देता है, मगर इसे करवाने में समय भी लगता है। ऐसे में आप लंबे समय तक बालों को किसी खास शेप में रखना चाहते हैं तो परमानेंट सेटिंग करवा सकते हैं। स्टाइल हेयर एंड ब्यूटी केयर की हेयर एक्सपर्ट मंजू रावत कहती हैं कि उन लोगों को जो कम समय में ही बालों को परमानेंट मनचाहा लुक देना चाहते हैं उनके लिए परमानेंट सेटिंग काफी कारगर है। यह प्रक्रिया बेहद सरल होने के साथ सुरक्षित भी है।
बढ़ती मांग:- फैशन के मुताबिक खुद को हिट रखने के लिए परमानेंट हेयर का ट्रेंडी बढ़ रहा है। समय की कमी, रोलर, हेयर ड्रायर के इस्तेमाल से होने वाले नुकसान से बालों को बचाने के लिए और अच्छे लुक के लिए इसका इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है।

परमानेंट हेयर सेटिंग की प्रकिया:- परमानेंट सेटिंग में बालों की साफ-सफाई पर खास ध्यान देना चाहिए। बालों में शैंपू के पश्चात अच्छे से तेल लगाना चाहिए। तत्पश्चात शैंपू से बालों को धो दिया जाता है। फिर बालों की प्रेसिगं की जाती है।बालों में से वेब को हटाना है तो ड्रायर का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके इस्तेमाल से बाल बिल्कुल सीधे हो जाते हैं। बालों में से वेब को हटाना है तो ड्रायर का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके इस्तेमाल से बाल बिल्कुल सीधे हो जाते हैं।बालों में लोशन लगाकर 3-4 मिनट तक छोड़ दिया जाता है। शैंपू के पश्चात बालों को न्यूरीसिंग ट्रीटमेंट दिया जाता है। दोबारा बालों को प्रेस करके केमिकल लोशन लगाया जाता है। अंत में बालों में शैंपू करके उसे प्रेस कर दिया जाता है।

नार्मल बाल :- नार्मल बालों के लिए खास मेहनत की जरूरत नहीं होती। अगर बाल मोटे और कर्ली हैं तो स्ट्रांग शैंपू इस्तेमाल किया जाता है।
शाइनी और घने बाल :- शाइनी और घने बाल बालों के लिए हल्के माइल्ड शैंपू का इस्तेमाल किया जाता है। इस प्रक्रिया में 2 से 3 मिनट तक का समय लगता है।
कर्ली बाल :- कर्ली बालों के लिए परमानेंट सेटिंग कुछ कठिन होती है । ऐसे बालों की 2 या 3 घंटे तक का समय लग जाता है।
पैसाः- बालों की प्रकृति के अनुसार ही समय और पैसा लगता है। सामान्य बालों में 3 से 4 का समय लगता है। खर्चा 5 हजार से 1 हजार के बीच में आता है। पैसा इस बात पर भी निर्भर करता है कि उसे किस जगह से और किस व्यक्ति से करवाया जाता है।

रीसेटिगं:- आप बालों की सेंटिंग बदलना चाहते हैं तो बिना किसी परेशानी के उसे दूसरी शेप में सेट करवा सकते हैं। परमानेंट हेयर सेंटिगं करवाते समय कैमिकल को सिर की त्वचा से 1 से 1.5 इंच की दूरी पर रखकर ही बालों पर लगाना चाहिए, नहीं तो त्वचा जल सकती है।
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