इंटीरियर मतलब सिर्फ डेकोर नहीं है। चमचमाती सफाई भी इंटीरियर का हिस्सा है। रोजाना की चमचमाती सफाई में अक्सर हम घर के कुछ कोनों को नजरअंदाज कर देते हैं। यहां बरती लापरवाही घातक हो सकती है। जी हां, सर्वेक्षण बताते हैं कि इन्हीं कोनों में सबसे ज्यादा कीटाणु पनपते हैं। यानी बीमारियों का घर, जो जकड़ लेगा आपको। इनके अटैक से बचने का बेस्ट तरीका है इन्हें घर में एंट्री नहीं देना। जानते हैं डेली सफाई के 8 टॉप जोन।
किचन टॉवल
जितनी देर आप रसोई में रहती हैं, तब तक किसी न किसी वजह से किचन टॉवल प्रयोग में आता है। कभी गर्म कढ़ाई को पकडऩे के लिए, तो कभी सब्जी काटने के बाद हाथ पोंछने पर, तो कभी...असंख्य कारण हैं। सोचिए कितने तरह के कीटाणु उसमें जमा होते रहते हैं। शायद उसे धोने का नंबर आता है सप्ताह-पंद्रह दिन में एक बार। काम खत्म होने के बाद किचन टॉवल को गर्म पानी और डिटरजेंट से धोएं। स्वस्थ रहना है, तो इसे आदत में शुमार कर लें।
की रैक
आप मेन गेट, अलमारी, गाड़ी आदि की चाबियां घर में कहीं न कहीं रखती हैं। रोजाना इनका इस्तेमाल होता है। बार-बार इन्हें हम छूते हैं और हर बार हाथ धोकर चाबियां उठाएं। ऐसा संभव कतई नहीं। इसी आदत के कारण चाबियों में कीटाणु जमा होते रहते हैं। वही कीटाणु सीधा मुंह में जाएंगे और बीमारियों को खुला न्यौता। इससे बचने का बेस्ट उपाय है रोजाना माइल्ड एंटीबैक्टिरीयल वाइप्स से इन्हें साफ करें।
बाथ फ्लोर व बाथ टब
बिना धुलाई का बाथ फ्लोर व बाथ टब यानी कीटाणुओं का पावर हाऊस। इनका खात्मा नहाने से पहले जरूर करें या बाथरूम के प्रयोग के बाद जरूर करें। अन्यथा जाने-अनजाने कीटाणु शरीर में समावेश होगा और होंगे बीमार।
बार और ब्रश
अक्सर हम बर्तन धोने के बाद बार और ब्रश को गंदा छोड़ देते हैं। बर्तनों की गंदगी बार और ब्रश पर चिपकी रहती है। गंदे बर्तन तो साफ कर लिए, लेकिन बार और ब्रश का क्या? झूठन, गंदगी तो चिपकी रहती है, जो है कीटाणुओं का पार्टी जोन। तो अगली बार हर धुलाई के बाद बार और ब्रश को पानी से धोएं और धूप में अच्छी तरह से सुखाएं।
सिंक
अमूमन हम सिंक की सफाई पर ध्यान नहीं देते। या यूं कहें कि इसकी सफाई या गंदगी से हमें कोई लेना-देना नहीं है। बर्तन धोने भर से काम नहीं चलेगा। सिंक को भी साफ रखें। याद रहे बर्तन मांजने के बाद गंदगी सिंक से बहती जरूर है, लेकिन इसके कुछ अंश सिंक के आस-पास चिपके रहते हैं, जो आंखों से दिखते नहीं। बर्तनों की धुलाई के बाद सिंक साफ करना आदत में शुमार कर लें।
वॉश बेसिन
सिंक की तरह इसे भी साफ रखना बहुत जरूरी है। अक्सर हम वॉश बेसिन की सफाई तब करते हैं जब इसकी गंदगी खटके। इसका इस्तेमाल रोजाना कई बार होता है। जाहिर है छिपे कीटाणु होंगे यहां। इन्हें नहीं हटाया गया तो यह आपके परिवार पर अटैक कर लेंगे। अटैक से पहले ही इन्हें रफूचक्कर करें।
चॉपिंग बोर्ड
हर प्रयोग के बाद चॉपिंग बोर्ड को डिटरजेंट से साफ जरूर करें। अन्यथा इस पर कीटाणु चिपके रहेंगे। बार-बार कीटाणु वाले चॉपिंग बोर्ड का इस्तेमाल आपको बीमार कर देगा।
कैंची, मेकब्रश, मोल्ड, कंघी, ब्रश, रिमोट, डोर बेल आदि को रोजाना साफ करें। भले ही यह आपको साफ लगें, पर संक्रमण का घर हैं यह। इन्हें साफ करने के लिए गर्म पानी, साफ-सूखे कपड़े, एंटीबैक्टिरियल वाइप्स का प्रयोग किया जा सकता है।
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