जीभ हमारे शरीर का एक अतिसंवेदनशील हिस्सा होती है। लेकिन आमतौर पर इसकी अधिक देखभाल नहीं की जाती है। जब जीभ के दांतों से कटने, चोट लगने या अन्य विभिन्न कारणों से जीभ पर छोटे-छोटे घाव जैसे छाले उभर आते हैं तो इसे जीभ का अल्सर कहा जाता है। ये छाले जीभ के अलावा मुंह को भी प्रभावित करते हैं। जीभ पर छाले हो जाने से व्यक्ति को सबसे अधिक कुछ खाने-पीने में असुविधा होती है। इस दौरान मसालेदार खाद्य सामग्री खाने से जीभ की बेचैनी और जलन अधिक बढ़ जाती है। जीभ के छाले बहुत आसानी से ठीक नहीं होते हैं और इन्हें ठीक होने में चार से पांच दिन या इससे भी अधिक समय लग सकता है।
अक्सर जीभ पर छाले पड़ने का कोई एक कारण नहीं होता है। इस समस्या के पीछे कई कारण होते हैं। लेकिन छाले पड़ने पर जल्द से जल्द इसका इलाज कराना चाहिए अन्यथा ये छाले बड़े घाव का भी रूप ले सकते हैं। आइये जानते हैं कि जीभ पर छाले किस वजह से पड़ते हैं।
- मुंह में यीस्ट इंफेक्शन हो जाने से।
- गलती से अपने ही दांतों से जीभ कट जाने से।
- अधिक धूम्रपान करने से।
- अधिक नमकयुक्त और मसालेदार खाद्य पदार्थ खाने से।
- आंत और पेट से संबंधित कोई समस्या होने से।
- शरीर में विटामिन और मिनरल जैसे-फोलिक एसिड औऱ विटामिन बी की कमी होने से।
- वायरल इंफेक्शन के कारण।
- मुंह में चोट लगने के कारण।
- इम्यून सिस्टम कमजोर होने के कारण।
- पेट साफ न होने के कारण।
- किसी दवा का अधिक सेवन करने के कारण।
जीभ पर छाले होने के लक्षण
जीभ पर छाले हो जाने से व्यक्ति आसानी से कुछ भी खाने पीने में सक्षम नहीं होता है और उसे हमेशा बेचैनी महसूस होती है। आइये जानते हैं कि जीभ पर छाले होने के लक्षण क्या हैं।
- मुंह और जीभ में जलन होना।
- जीभ के ऊपर गोल फफोले एवं छाले तथा घाव उभर आना।
- जीभ पर लाल और सफेद घाव हो जाना।
- मुंह से लगातार पानी निकलना।
- जीभ के छालों के कारण बुखार आ जाना।
- चूंकि जीभ के छाले बहुत पीड़ादायक होते हैं इसलिए इनसे निजात पाने के लिए जल्दी ही इनका इलाज करना चाहिए। जीभ के छालों का इलाज घर पर भी बहुत आसानी से किया जाता सकता है।
जीभ के छालों का घरेलू उपचार और इलाज
जीभ पर छाले होना कोई गंभीर समस्या नहीं है और ऊपर बताये गए कारणों में से किसी भी कारण से किसी भी समय व्यक्ति जीभ के छालों से परेशान हो सकता है। लेकिन घबराने की बात नहीं है क्योंकि जब भी जीभ पर छाले पड़े तो इन घरेलू उपायों के जरिए आप जीभ के छालों से निजात पा सकते हैं।
एंटी इंफ्लैमेटरी गुणों से युक्त होने के कारण एलोवेरा जीभ पर उभरे छालों को ठंडक (cooling) प्रदान कर उन्हें शांत रखता है और दर्द में भी राहत प्रदान करता है। एलोवेरा जीभ के छालों एवं मुंह से संबंधित विभिन्न समस्याओं के लिए फायदेमंद होता है। जीभ के छाले दूर करने के लिए एलोवेरा के पत्तियों से जेल निकालकर सीधे जीभ पर लगाएं। दिन में तीन से चार बार लगाने पर छाले शांत पड़ जाते हैं और जीभ में जलन और दर्द भी नहीं होता है। इसके अलावा एलोवेरा जेल से दिन में तीन से चार बार कुल्ला करने से भी जीभ पर उभरे छाले ठीक हो जाते हैं।
बेकिंग सोडा का विलयन बनाकर जीभ के प्रभावित हिस्से पर लगाने से छाले 24 घंटे के अंदर शांत पड़ जाते हैं। बेकिंग सोडा में एंटी इंफ्लैमेटरी गुण पाया जाता है जो जीभ के छालों एवं दर्द को दूर करने में प्रभावी तरीके से काम करता है।आधा चम्मच बेकिंग सोडा को पानी में मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें। इसके बाद इस पेस्ट को सीधे जीभ पर उभरे छालों पर लगाकर कुछ मिनट के लिए छोड़ दें औऱ फिर गर्म पानी से कुल्ला करके मुंह साफ कर लें। आप चाहें तो गर्म पानी में बेकिंग सोडा डालकर विलयन तैयार कर इससे कुल्ला कर सकते हैं। छालों को दूर करने में यह विलयन बहुत सहायक होता है।
शहद में औषधिवर्धक गुण पाये जाते हैं और यह जीभ के छालों को दूर करने के लिए यह सर्वोत्तम उपचार है। दिन में कई बार जीभ के छालों पर शहद लगाने से छाले शांत हो जाते हैं और दर्द से भी आराम मिलता है। इसके अलावा एक चम्मच शहद में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर पेस्ट बना लें और जीभ के प्रभावित हिस्सों पर इस पेस्ट को लगाएं। दिन में तीन से चार बार इस पेस्ट को लगाने से जीभ पर पड़े छाले ठीक हो जाते हैं और आप आराम से खाना भी खा सकते हैं।
रूई के एक टुकड़े को ग्लिसरीन में डुबोएं और रूई (cotton ball) की सहायता से जीभ के प्रभावित हिस्से पर ग्लिसरीन को लगा लें। कुछ देर तक ग्लिसरीन को जीभ पर लगाकर छोड़ दें ताकि यह उसे ठीक से अवशोषित कर ले। इसके बाद पानी से कुल्ला करके मुंह साफ कर लें। जीभ के छालों को दूर करने के लिए ग्लिसरीन एक बेहतर घरेलू उपचार है। अगर संभव हो तो आप रात में सोते समय जीभ के छालों पर ग्लिसरीन लगाएं और अगली सुबह इसे पानी से साफ करें।
नमक और लैक्टिक एसिड के साथ दूध को जीभ के छालों (tongue ulcer) पर लगाने से यह बहुत कम समय में ही छालों की समस्या से निजात दिलाने में मदद करता है। दूध में कैल्शियम और प्रोटीन जैसे कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो जीभ के छालों को शांत करने में मदद करते हैं। छालों को ठीक करने का दूसरा उपाय यह है कि दूध को कुछ देर तक फ्रिज में रख दें और फिर ठंडे दूध को दिन में तीन से चार बार पीयें। चूंकि जीभ के छाले पेट की समस्या से ही उभरते हैं इसलिए यह पेट को ठंडक पहुंचाता है औऱ छालों को ठीक करने में मदद करता है।
जीभ के छालों से निजात पाने के लिए बर्फ एक ऐसा घरेलू उपचार है जिससे तुरंत आराम मिलता है। बर्फ में एंटी इंफ्लैमेटरी और एनेस्थेटिक गुण पाया जाता है जो छालों के कारण जीभ के जलन और पीड़ा को दूर करने में सहायक होता है। बर्फ के टुकड़े को एक कपड़े में लपेटकर जीभ पर हल्के हाथों से लगाएं। दिन में दो से तीन बार यही क्रम दोहराएं। आपको जरूर फर्क दिखायी देगा।
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