अपनी खूबसूरती को लेकर लड़कियां आजकल कुछ ज्यादा ही फिक्रमंद रहती हैं। प्रोफेशनल जमाने में यह बात बिल्कुल सही भी है क्योंकि पहली मुलाकात में किसी को आकर्षित करना हो तो लुक बहुत अहमियत रखती है। वहीं, चेहरे पर अलग कोई एक्ने यानि मुहांसे हो जाए तो परेशानी और भी बढ़ जाती है क्योंकि त्वचा पर यह काले निशान छोड़ देते हैं। यह भद्दे निशान चेहरे की रंगत को बिगाड़ देते हैं। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए यह जानना जरूरी है कि आखिर क्या है एक्ने?
एक्ने की प्रकार
मुहांसे शरीर के किसी भी हिस्से पर हो सकते हैं। ज्यादातर चेहरे, गर्दन,पीठ और छाती पर एक्ने निकलने की संभावना होती है और इसके कई प्रकार हैं।
मध्यम मुहांसे
इस तरह के मुहांसे समूह के रूप में होते हैं। एक साथ ही 10-20 मुहांसे निकल जाए तो इसे मध्यम मुहांसे कहा जाता है।
कठोर मुहांसे
इस तरह के एक्ने नॉर्मल नहीं होते, इनमें मवाद बहुत ज्यादा भर जाता है। छूने पर भी ये कठोर लगते हैं। इसके अंदर और चारों तरफ सीस्ट का निर्माण होता है जो स्किन की गहराई तक चले जाते हैं। अनदेखी करने पर इनसे राहत पाने में बहुत परेशानी होती है। जल्दी इलाज शुरू करने से त्वचा साफ हो जाती है।
2. एक्ने का इलाज
एक्ने का सही समय पर इलाज न करने से बाद में परेशानी बढ़ सकती है। इंफैक्शन और सूजन आने के कारण त्वचा पर काले और भद्दे निशान भी पड़ने शुरू हो जाते हैं। इनसे छुटकारा पाने के लिए कई तरह के उपचार इस्तेमाल किए जा सकते हैं।
आजकल कई तरह के क्रीम, जेल और फेस क्लींजर आसानी से मिल जाते हैं। इनका इस्तेमाल करने से पहले स्किन स्पैशलिस्ट से सलाह लेना बहुत जरूरी है। स्किन पर सूट करती क्रीम लगाने से मुहांसों से छुटकारा मिल जाता है। यह मुहांसों का सामयिक इलाज है।
स्किन प्रॉब्लम से छुटकारा पाने के लिए एंटीबायोटिक इलाज भी खूब प्रचलित है। इसमें दवाइयों के जरिए बैक्टीरियल इंफैक्शन को दूर किया जाता है।
एक्ने होने का मुख्य कारण हार्मोण का असंतुलन है। दवाइयों के जरिए इस गड़बड़ी को कंट्रोल किया जाता है। इसका इलाज एक्सपर्ट के द्वारा ही करवाएं।
कुछ लोगों पर मुहांसो के कारण बहुत से दाग-धब्बे पड़ जाते हैं। जिससे स्किन भद्दी लगने लगती है। इस परेशानी से राहत पाने के लिए कुछ लोग सर्जरी का सहारा भी लेते हैं लेकिन इसका इस्तेमाल करना जरूरी नहीं होता। कई बार इससे नुकसान भी हो सकता है।
1. क्या है एक्ने?
त्वचा के फॉलिक्लस के निचले हिस्से में तैलिय ग्रंथी मुंहासों का कारण बनते हैं। स्किन पर छोटे-छोटे रोमछिद्र तैलीय ग्रंथियों के फॉलिक्स के साथ जुड़े होते हैं। इन तैलीय ग्रंथियों से सीबम नाम का एक ऑयली लिक्विड निकलता है जिससे डैड स्किन सेल त्वचा के ऊपरी हिस्सों पर आ जाते हैं। जो लाल दानों के रूप में ऊभर जाते हैं, समस्या ज्यादा बढ़ने पर पोर्स ऑयली होकर ब्लॉक हो जाते हैं। जिससे यह बैक्टीरिया एक्ने का रूप ले लेते हैं।
त्वचा के फॉलिक्लस के निचले हिस्से में तैलिय ग्रंथी मुंहासों का कारण बनते हैं। स्किन पर छोटे-छोटे रोमछिद्र तैलीय ग्रंथियों के फॉलिक्स के साथ जुड़े होते हैं। इन तैलीय ग्रंथियों से सीबम नाम का एक ऑयली लिक्विड निकलता है जिससे डैड स्किन सेल त्वचा के ऊपरी हिस्सों पर आ जाते हैं। जो लाल दानों के रूप में ऊभर जाते हैं, समस्या ज्यादा बढ़ने पर पोर्स ऑयली होकर ब्लॉक हो जाते हैं। जिससे यह बैक्टीरिया एक्ने का रूप ले लेते हैं।
एक्ने की प्रकार
मुहांसे शरीर के किसी भी हिस्से पर हो सकते हैं। ज्यादातर चेहरे, गर्दन,पीठ और छाती पर एक्ने निकलने की संभावना होती है और इसके कई प्रकार हैं।
सिंपल मुहांसे
काले और सफेद रंग के ये मुंहासे तिल की तरह होते हैं। जब त्वचा की तैलीय ग्रंथियां बंद होनी शुरू हो जाए तब इस तरह के मुंहासे ऊभरने लगते हैं।
काले और सफेद रंग के ये मुंहासे तिल की तरह होते हैं। जब त्वचा की तैलीय ग्रंथियां बंद होनी शुरू हो जाए तब इस तरह के मुंहासे ऊभरने लगते हैं।
मध्यम मुहांसे
इस तरह के मुहांसे समूह के रूप में होते हैं। एक साथ ही 10-20 मुहांसे निकल जाए तो इसे मध्यम मुहांसे कहा जाता है।
कठोर मुहांसे
इस तरह के एक्ने नॉर्मल नहीं होते, इनमें मवाद बहुत ज्यादा भर जाता है। छूने पर भी ये कठोर लगते हैं। इसके अंदर और चारों तरफ सीस्ट का निर्माण होता है जो स्किन की गहराई तक चले जाते हैं। अनदेखी करने पर इनसे राहत पाने में बहुत परेशानी होती है। जल्दी इलाज शुरू करने से त्वचा साफ हो जाती है।
2. एक्ने का इलाज
एक्ने का सही समय पर इलाज न करने से बाद में परेशानी बढ़ सकती है। इंफैक्शन और सूजन आने के कारण त्वचा पर काले और भद्दे निशान भी पड़ने शुरू हो जाते हैं। इनसे छुटकारा पाने के लिए कई तरह के उपचार इस्तेमाल किए जा सकते हैं।
आजकल कई तरह के क्रीम, जेल और फेस क्लींजर आसानी से मिल जाते हैं। इनका इस्तेमाल करने से पहले स्किन स्पैशलिस्ट से सलाह लेना बहुत जरूरी है। स्किन पर सूट करती क्रीम लगाने से मुहांसों से छुटकारा मिल जाता है। यह मुहांसों का सामयिक इलाज है।
स्किन प्रॉब्लम से छुटकारा पाने के लिए एंटीबायोटिक इलाज भी खूब प्रचलित है। इसमें दवाइयों के जरिए बैक्टीरियल इंफैक्शन को दूर किया जाता है।
एक्ने होने का मुख्य कारण हार्मोण का असंतुलन है। दवाइयों के जरिए इस गड़बड़ी को कंट्रोल किया जाता है। इसका इलाज एक्सपर्ट के द्वारा ही करवाएं।
कुछ लोगों पर मुहांसो के कारण बहुत से दाग-धब्बे पड़ जाते हैं। जिससे स्किन भद्दी लगने लगती है। इस परेशानी से राहत पाने के लिए कुछ लोग सर्जरी का सहारा भी लेते हैं लेकिन इसका इस्तेमाल करना जरूरी नहीं होता। कई बार इससे नुकसान भी हो सकता है।
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