आयुर्वेद में हल्दी को सबसे बेहतरीन नेचुरल एंटीबायोटिक माना गया है। इसलिए यह स्किन, पेट और शरीर के कई रोगों में उपयोग की जाती है। हल्दी के पौधे से मिलने वाली इसकी गांठें ही नहीं, बल्कि इसके पत्ते भी बहुत उपयोगी होते हैं। ये तो हुई बात हल्दी के गुणों की, इसी प्रकार दूध भी प्राकृतिक प्रतिजैविक है। यह शरीर के प्राकृतिक संक्रमण पर रोक लगा देता है। हल्दी व दूध दोनों ही गुणकारी हैं, लेकिन अगर इन्हें एक साथ मिलाकर लिया जाए तो इनके फायदे दोगुना हो जाते हैं। स्वास्थ्य के लिए हल्दी का दूध बेहद ही फायदेमंद होता है खासकर कि ठंड के मौसम में ये आपके सुरक्षा कवच के रूप में काम करता है. हल्दी अपने एंटीसेप्टिक और एंटीबायोटिक गुणों के लिए जानी जाती है, और दूध, कैल्शियम का स्त्रोत होने के साथ ही शरीर और दिमाग के लिए अमृत के समान हैं. लेकिन जब इन दोनों के गुणों को मिला दिया जाए, तो यह मेल आपके लिए और भी बेहतर साबित होता है. जी हां फिर इसके एक नहीं अनेक फायदे आपको मिलते हैं
हल्दी वाले दूध को बनाने कि विधि-
एक चुकती हल्दी लें।
दूध में 15 मिनट के लिये उबालें।
दूध में हल्दी मिला लें।
दूध को ठंडा करके पियें।
1. जब चोट लग जाएहल्दी वाला दूध अपने एंटी बैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुणों के कारण बैक्टीरिया को पनपने नहीं देता. इसलिए यदि किसी कारण से शरीर के बाहरी या अंदरूनी हिस्से में चोट लग जाए, तो हल्दी वाला दूध उसे जल्द से जल्द ठीक करके आपको आराम दिलाने में बेहद ही फायदेमंद साबित होता है.
2.शारीरिक दर्दहाथ-पैर व शरीर के अन्य भागों में दर्द की शिकायत होने पर रात को सोने से पहले हल्दी वाले दूध का सेवन करें. इससे आपको जल्द ही आराम मिलता है.
3.सर्दी होने परसर्दी, जुकाम या कफ होने पर हल्दी वाले दूध का सेवन अत्यधिक लाभकारी साबित होता है. यह सर्दी, जुकाम तो ठीक करता ही है, साथ ही यह फेफड़ों में जमा हुआ कफ भी निकालने में सहायक है. सर्दी के मौसम में इसका सेवन आपको स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है. इतना ही नहीं वायरल संक्रमण में हल्दी वाला दूध का सेवन सबसे बेहतर उपाय है, यह आपको हर तरह के संक्रमण से बचाने में मददगार है.
4.हड्डियां बने मजबूतदूध में कैल्शियम होने के कारण यह हड्डियों को मजबूत बनाता है और हल्दी के गुणों के कारण रोगप्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है. इससे हड्डी संबंधित अन्य समस्याओं से छुटकारा मिलता है और औस्टियोपोरोसिस में कमी आती है. इसके साथ ही यह आपकी आंतो को स्वस्थ रखकर पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करता है. पेट के अल्सर, डायरिया, अपच, कोलाइटिस एवं बवासीर जैसी समस्याओं में भी हल्दी वाला दूध फायदेमंद है.
5.ब्लड शुगरखून में शर्करा की मात्रा अधिक हो जाने पर हल्दी वाले दूध का सेवन ब्लड शुगर को कम करने में मदद करता है.लेकिन अत्यधिक सेवन शुगर को अत्यधिक कम कर सकता है, इस बात का ध्यान रखें.
6.सांस की तकलीफहल्दी वाले दूध में मौजूद एंटी माइक्रो बैक्टीरियल गुण, दमा, ब्रोंकाइटिस, साइनस, फेफड़ों में जकड़न व कफ से राहत देने में सहायता करते हैं. गर्म दूध के सेवन से शरीर में गर्मी का संचार होता है जिससे सांस की तकलीफ में आराम मिलता है.
7.गठिया दूर करने में है सहायकहल्दी वाले दूध को गठिया के निदान और रियूमेटॉइड गठिया के कारण सूजन के उपचार के लिए उपयोग किया जाता है। यह जोड़ो और पेशियों को लचीला बनाकर दर्द को कम करने में भी सहायक होता है।
2.शारीरिक दर्दहाथ-पैर व शरीर के अन्य भागों में दर्द की शिकायत होने पर रात को सोने से पहले हल्दी वाले दूध का सेवन करें. इससे आपको जल्द ही आराम मिलता है.
3.सर्दी होने परसर्दी, जुकाम या कफ होने पर हल्दी वाले दूध का सेवन अत्यधिक लाभकारी साबित होता है. यह सर्दी, जुकाम तो ठीक करता ही है, साथ ही यह फेफड़ों में जमा हुआ कफ भी निकालने में सहायक है. सर्दी के मौसम में इसका सेवन आपको स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है. इतना ही नहीं वायरल संक्रमण में हल्दी वाला दूध का सेवन सबसे बेहतर उपाय है, यह आपको हर तरह के संक्रमण से बचाने में मददगार है.
4.हड्डियां बने मजबूतदूध में कैल्शियम होने के कारण यह हड्डियों को मजबूत बनाता है और हल्दी के गुणों के कारण रोगप्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है. इससे हड्डी संबंधित अन्य समस्याओं से छुटकारा मिलता है और औस्टियोपोरोसिस में कमी आती है. इसके साथ ही यह आपकी आंतो को स्वस्थ रखकर पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करता है. पेट के अल्सर, डायरिया, अपच, कोलाइटिस एवं बवासीर जैसी समस्याओं में भी हल्दी वाला दूध फायदेमंद है.
5.ब्लड शुगरखून में शर्करा की मात्रा अधिक हो जाने पर हल्दी वाले दूध का सेवन ब्लड शुगर को कम करने में मदद करता है.लेकिन अत्यधिक सेवन शुगर को अत्यधिक कम कर सकता है, इस बात का ध्यान रखें.
6.सांस की तकलीफहल्दी वाले दूध में मौजूद एंटी माइक्रो बैक्टीरियल गुण, दमा, ब्रोंकाइटिस, साइनस, फेफड़ों में जकड़न व कफ से राहत देने में सहायता करते हैं. गर्म दूध के सेवन से शरीर में गर्मी का संचार होता है जिससे सांस की तकलीफ में आराम मिलता है.
7.गठिया दूर करने में है सहायकहल्दी वाले दूध को गठिया के निदान और रियूमेटॉइड गठिया के कारण सूजन के उपचार के लिए उपयोग किया जाता है। यह जोड़ो और पेशियों को लचीला बनाकर दर्द को कम करने में भी सहायक होता है।
8. टॉक्सिन्स दूर करता हैआयुर्वेद में हल्दी वाले दूध का इस्तेमाल शोधन क्रिया में किया जाता है। यह खून से टॉक्सिन्स दूर करता है और लिवर को साफ करता है। पेट से जुड़ी समस्याओं में आराम के लिए इसका सेवन फायदेमंद है।
9. कीमोथेरेपी के बुरे प्रभाव को कम करते हैं
एक शोध के अनुसार, हल्दी में मौजूद तत्व कैंसर कोशिकाओं से डीएनए को होने वाले नुकसान को रोकते हैं और कीमोथेरेपी के दुष्प्रभावों को कम करते हैं।
10. कान के दर्द में आराम मिलता हैहल्दी वाले दूध के सेवन से कान दर्द जैसी कई समस्याओं में भी आराम मिलता है। इससे शरीर का रक्त संचार बढ़ जाता है जिससे दर्द में तेजी से आराम होता है।
11. चेहरा चमकाने में मददगाररोजाना हल्दी वाला दूध पीने से चेहरा चमकने लगता है। रूई के फाहे को हल्दी वाले दूध में भिगोकर इस दूध को चेहरे पर लगाएं। इससे त्वचा की लाली और चकत्ते कम होंगे। साथ ही, चेहरे पर निखार और चमक आएगी।
12. ब्लड सर्कुलेशन ठीक करता हैआयुर्वेद के अनुसार, हल्दी को ब्लड प्यूरिफायर माना गया है। यह शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को मजबूत बनाता है। यह रक्त को पतला करने वाला आैर लिम्फ तंत्र और रक्त वाहिकाओं की गंदगी को साफ करने वाला होता है।
12. ब्लड सर्कुलेशन ठीक करता हैआयुर्वेद के अनुसार, हल्दी को ब्लड प्यूरिफायर माना गया है। यह शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को मजबूत बनाता है। यह रक्त को पतला करने वाला आैर लिम्फ तंत्र और रक्त वाहिकाओं की गंदगी को साफ करने वाला होता है।
13. शरीर को सुडौल बनाता हैरोजाना एक गिलास दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर लेने से शरीर सुडौल हो जाता है। दरअसल गुनगुने दूध के साथ हल्दी के सेवन से शरीर में जमा फैट्स घटता है। इसमें उपस्थित कैल्शियम और अन्य तत्व सेहतमंद तरीके से वेट लॉस में मददगार हैं।
14. स्किन प्रॉब्लम्स में है रामबाणहल्दी वाला दूध स्किन प्रॉब्लम्स में भी रामबाण का काम करता है।
15. लीवर को मजबूत बनाता हैहल्दी वाला दूध लीवर को मजबूत बनाता है। यह लीवर से संबंधित बीमारियों से शरीर की रक्षा करता है और लिम्फ तंत्र को साफ करता है।
16. अल्सर ठीक करता हैयह एक शक्तिशाली ऐन्टी-सेप्टिक होता है और आंत के स्वस्थ बनाने के साथ-साथ पेट के
अल्सर और कोलाइटिस का उपचार करता है। इससे पाचन बेहतर होता है और अल्सर, डायरिया और अपच नहीं होता।
अल्सर और कोलाइटिस का उपचार करता है। इससे पाचन बेहतर होता है और अल्सर, डायरिया और अपच नहीं होता।
17. महावारी में होने वाले दर्द से राहत देता हैहल्दी वाला दूध माहवारी में होने वाले दर्द में राहत देता है। गर्भवती महिलाओं को इस सुनहरे दूध को आसान प्रसव, प्रसव बाद सुधार, बेहतर दूध उत्पादन और शरीर को जल्दी सामान्य करने के लिए हल्दी का दूध लेना चाहिए।
18- कैन्सरजलन और सूजन कम करने वाले गुणों के कारण यह स्तन, त्वचा, फेफड़े, प्रॉस्ट्रेट और बड़ी आँत के कैन्सर को रोकता है। यह कैन्सर कोशिकाओं से डीएनए को होने वाले नुकसान को रोकता है और कीमोथेरेपी के दुष्प्रभावों को कम करता है।
19. नींद न आनाहल्दी वाला गर्म दूध ट्रिप्टोफैन नामक अमीनोअम्ल बनाता है जो शान्तिपूर्वक और गहरी नींद में सहायक होता है।
20.वजन कम करनाहल्दी वाले दूध से पोषण के वसाओं को नष्ट करने में सहायता मिलती है। यह वजन के नियन्त्रित करने में सहायक होता है।
19. नींद न आनाहल्दी वाला गर्म दूध ट्रिप्टोफैन नामक अमीनोअम्ल बनाता है जो शान्तिपूर्वक और गहरी नींद में सहायक होता है।
20.वजन कम करनाहल्दी वाले दूध से पोषण के वसाओं को नष्ट करने में सहायता मिलती है। यह वजन के नियन्त्रित करने में सहायक होता है।
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