जीवन साथी को हमराही, हमसफर, हमदर्द ना जाने कितने ही ऎसे नामों से नवाजा गया है। इन नामों को अर्थ भी है और महत्व भी है। लेकिन अफसोस कि अधिकांश पुरूष स्त्री के सिर्फ पति ही बन कर रह जाते हैं। हमदर्द या हमराही नहीं बन पाते हैं। तुम्हारा दर्द मेरा है और मेरा दर्द तुम्हारा है यह भाव मन में होने पर ही प्यार जंवा होता है और प्यार के जवां होने पर ही जीवन साथी करीब आता है। नजदीकिया तभी बढती हैं जब दर्द को काफी पास से समझने और दूर करने की कोशिश की जाती है।
पति देव ने पत्नी का दर्द समझना तो दूर संवेदना व्यक्त नहीं की अफसोस जाहिर नहीं किया तो उसे पत्नी की निकटता भी नहीं मिली। उलटे वह अपनी पत्नी की नजर में खूंखार, बर्बर और निर्दयी व्यक्ति बन गया। जरा आप ही सोचिए, जो पति की नजर में एक खूंखर और बर्बर व्यक्ति बन जाएगा तो क्या कभी वह प्यार की बूंद को पी सकेगा! ऎसा अक्सर कई घरों में देखा जाता है कि शादीशुदा जिन्दगी में समय ना दे पाने की वजह से मिया-बीवी में मन मुटाव पनपने लगता है। शादी का रिश्ता बहुत ही संवेदनशील होता है, जिसको आपसी विश्वास, प्यार और देखभाल की जरूरत होती है। इस रिश्ते का भार जितना ही पति के सिर पर होता है उतना ही बीवी के ऊपर भी होना चाहिये। शादी केवल दो लोगो का बंधन नहीं होता बल्कि इस बंधन से दो परिवार भी जुडे हुए होते हैं। अगर इस रिश्ते में जरा सी भी दरार आती है तो दो परिवार के बीच में भी दुख का महौल फैल जाता है।
अगर इस रिश्ते की अनदेखी की गई तो इसे एक भंयकर तूफान बनने में बिल्कुल भी देरी नहीं लगेगी। एक पति को अपनी पत्नी के समर्थन की बहुत जरूरत होती है जिससे वह अपने काम तथा व्यक्तिगत जीवन पर अच्छे से ध्यान दे सके। वह अपने साथी को हल्के में नहीं ले सकता तथा उसे यह भी सुनिश्चित करना चाहिये कि उसकी पत्नी उससे शादी कर के खुश है। दूसरे शब्दों में कहें तो उसे पता होना चाहिये कि अपनी पत्नी को किस तरह प्रभावित किया जाए। अगर आपकी भी पत्नी आपसे गुस्सा रहती है तो उसे पटाने के यहां पर कुछ जोरदार नुस्खे दिये हुए हैं जो पति-पत्नी के रिश्ते को मजबूत बना सकते हैं।
थोडा प्यार भी दिखाएं
शादी के बाद भी अपने प्यार का हर दम इजहार करना कोई गलत बात नहीं है। तकिए के पास एक गुलाब का फूल और (आई लव यू) का एक नोट छोडना भी है दिलचस्प तरीका प्यार के इजहार का।
डिनर पर ले जाएं
आप अपने काम में चाहे जितने भी बिजी क्यों ना हों लेकिन आपको अपनी वाइफ के लिये थोडा समय निकल कर उसे डिनर पर जरूर ले जाना चाहिये।
बच्चों के साथ समय बिताएं
बीवी की आधी जिन्दगी केवल बच्चों की परवरिश में चली जाती है तो ऎसे में वह चाहती है कि उसका पति भी उसके इस जिम्मेदारी में हाथ बटाए।
उनके मित्रों में रूची लें
अगर घर पर उसके दोस्त आ जाते हैं आप चुपचाप अपने कमरे में जाने के बजाए, उनसे बात करने में अपनी रूची दिखाएं।
पति देव ने पत्नी का दर्द समझना तो दूर संवेदना व्यक्त नहीं की अफसोस जाहिर नहीं किया तो उसे पत्नी की निकटता भी नहीं मिली। उलटे वह अपनी पत्नी की नजर में खूंखार, बर्बर और निर्दयी व्यक्ति बन गया। जरा आप ही सोचिए, जो पति की नजर में एक खूंखर और बर्बर व्यक्ति बन जाएगा तो क्या कभी वह प्यार की बूंद को पी सकेगा! ऎसा अक्सर कई घरों में देखा जाता है कि शादीशुदा जिन्दगी में समय ना दे पाने की वजह से मिया-बीवी में मन मुटाव पनपने लगता है। शादी का रिश्ता बहुत ही संवेदनशील होता है, जिसको आपसी विश्वास, प्यार और देखभाल की जरूरत होती है। इस रिश्ते का भार जितना ही पति के सिर पर होता है उतना ही बीवी के ऊपर भी होना चाहिये। शादी केवल दो लोगो का बंधन नहीं होता बल्कि इस बंधन से दो परिवार भी जुडे हुए होते हैं। अगर इस रिश्ते में जरा सी भी दरार आती है तो दो परिवार के बीच में भी दुख का महौल फैल जाता है।
अगर इस रिश्ते की अनदेखी की गई तो इसे एक भंयकर तूफान बनने में बिल्कुल भी देरी नहीं लगेगी। एक पति को अपनी पत्नी के समर्थन की बहुत जरूरत होती है जिससे वह अपने काम तथा व्यक्तिगत जीवन पर अच्छे से ध्यान दे सके। वह अपने साथी को हल्के में नहीं ले सकता तथा उसे यह भी सुनिश्चित करना चाहिये कि उसकी पत्नी उससे शादी कर के खुश है। दूसरे शब्दों में कहें तो उसे पता होना चाहिये कि अपनी पत्नी को किस तरह प्रभावित किया जाए। अगर आपकी भी पत्नी आपसे गुस्सा रहती है तो उसे पटाने के यहां पर कुछ जोरदार नुस्खे दिये हुए हैं जो पति-पत्नी के रिश्ते को मजबूत बना सकते हैं।
थोडा प्यार भी दिखाएं
शादी के बाद भी अपने प्यार का हर दम इजहार करना कोई गलत बात नहीं है। तकिए के पास एक गुलाब का फूल और (आई लव यू) का एक नोट छोडना भी है दिलचस्प तरीका प्यार के इजहार का।
डिनर पर ले जाएं
आप अपने काम में चाहे जितने भी बिजी क्यों ना हों लेकिन आपको अपनी वाइफ के लिये थोडा समय निकल कर उसे डिनर पर जरूर ले जाना चाहिये।
बच्चों के साथ समय बिताएं
बीवी की आधी जिन्दगी केवल बच्चों की परवरिश में चली जाती है तो ऎसे में वह चाहती है कि उसका पति भी उसके इस जिम्मेदारी में हाथ बटाए।
उनके मित्रों में रूची लें
अगर घर पर उसके दोस्त आ जाते हैं आप चुपचाप अपने कमरे में जाने के बजाए, उनसे बात करने में अपनी रूची दिखाएं।
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