सेक्स की लत, सेक्स एडिक्शन या यौन लत को कहते हैं। इसे मानकिस बीमारी माना जाता है और इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति के मन में सेक्सुअल और अश्लील विचार आते रहते हैं और यह उसके व्यवहार में भी दिखायी देता है जिसके कारण उसकी सेहत पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और दूसरे व्यक्ति एवं उसके निजी रिश्ते खराब होने की संभावना ज्यादा होती है। इस लेख में आप जानेगे सेक्स की लत या सेक्स एडिक्शन (कंपल्सिव सेक्सुअल बिहेवियर) के कारण, लक्षण, जांच और इलाज के बारे में।
मस्तिष्क से जुड़ी बीमारियां सेक्स की लत का कारण हो सकती है
कंपल्सिव सेक्सुअल बिहेवियर को एक प्रकार की लत कहा जा सकता है। जिसके कारण मस्तिष्क के तंत्रिका सर्किट (neural circuits) में भी परिवर्तन आ जाता है, विशेषरूप से मस्तिष्क के केंद्र में। इस तरह की बीमारी होने पर व्यक्ति को अन्य लतों (addictions) की तरह ही सेक्स करने की लत लग जाती है और किसी भी वक्त सेक्स करने की तीव्र इच्छा हो सकती है। इसके अलावा व्यक्ति को सेक्स की कभी भी जरूरत पड़ सकती है और वह सेक्स करके संतुष्टि (satisfaction) और राहत पाने के लिए हर संभव कोशिश करता है।
कुछ विशेष बीमारियां जैसे मिर्गी और डिमेंशिया आदि बीमारियों के कारण मस्तिष्क के कुछ हिस्से क्षतिग्रस्त हो जाते हैं जो व्यक्ति के सेक्सुअल बिहेवियर को भी प्रभावित करते हैं। इसके अलावा पार्किंसन की बीमारी के इलाज के लिए डोपामिन युक्त दवाओं के कारण भी कंपल्सिव सेक्सुअल बिहेवियर की समस्या हो जाती है।
हाइपर सेक्सुअलिटी या कंपल्सिव सेक्सुअल बिहेवियर की समस्या स्त्री और पुरुष दोनों में पायी जाती है लेकिन आमतौर पर यह बीमारी पुरुषों को अधिक होती है। यह बीमारी किसी को भी प्रभावित कर सकती है और वह तीव्र सेक्स की इच्छा जाहिर कर सकता है। कुछ ऐसे कारक (Factors) हैं जो कंपल्सिव सेक्सुअल बिहेवियर के खतरे को अधिक बढ़ा देते हैं।
आज के समय में आधुनिक तकनीक के जरिए लोग अश्लील चित्र और पोर्नोग्राफी बहुत आसानी से देख लेते हैं और सेक्स से जुड़ी कहानियों सहित सेक्स के बारे में हर जानकारी ले लेते हैं जिसके कारण ऐसे लोगों में कंपल्सिव सेक्सुअल बिहेवियर की बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है।
इसके अलावा अधिक शराब और नशीली दवाओं के सेवन से भी पुरुषों को यह बीमारी होने का खतरा बना रहता है जिसके कारण वे अपनी सेक्स की इच्छाओं को नियंत्रित नहीं कर पाते हैं और किसी भी महिला के साथ जबरदस्ती कर सकते हैं।
डिप्रेशन, चिंता और तनाव, बार-बार मूड खराब होने (mood swing) की समस्या और जुआ खेलने की लत भी कंपल्सिव सेक्सुअल बिहेवियर के खतरे को बढ़ा सकती है।
यदि परिवार में किसी सदस्य को यह समस्या रही हो और वह किसी महिला को शारीरिक रूप से प्रताड़ित करता हो या यौन शोषण (sexual abuse) करता हो तो घर के अन्य पुरुष सदस्यों को भी यह समस्या हो सकती है।
सेक्स की लत के लक्षण
कंपल्सिव सेक्सुअल बिहेवियर के लक्षण इस बात पर निर्भर करते हैं कि व्यक्ति किस तरह की बीमारी से ग्रस्त है और वह बीमारी कितना गंभीर है। कभी-कभी कंपल्सिव सेक्सुअल बिहेवियर से पीड़ित व्यक्ति कई गंभीर लक्षणों का अनुभव करते हैं।
- सेक्स करने की तीव्र इच्छा जागृत होना और व्यक्ति का अपनी इच्छा और शरीर पर नियंत्रण न होना।
- असामान्य यौन व्यवहार करना, जिसके कारण व्यक्ति को सेक्स से संतुष्टि और खुशी नहीं मिल पाती है।
- सेक्स की तीव्र इच्छा के साथ ही अकेलापन, डिप्रेशन, चिंता और तनाव होना।
- शारीरिक रूप से यौन इच्छाओं को नियंत्रित न कर पाने और किसी भी व्यक्ति के साथ सेक्स करने के कारण यौन संचारित संक्रमण (STI) हो जाना।
- व्यक्ति का किसी महिला को देखकर असामान्य रूप से अश्लील हरकतें (vulgar activity) या इशारे करना।
- शादीशुदा जीवन में सेक्स की इच्छा को नियंत्रित न कर पाने के कारण दरार पड़ना और साथी से रिश्ते खराब होना।
- हमेशा सेक्स के बारे में सोचना और प्लानिंग बनाना।
- सेक्स करने के लिए मौके की तलाश में रहना।
कंपल्सिव सेक्सुअल बिहेवियर (सेक्स एडिक्शन) एक ऐसी बीमारी है जिसका जल्द से जल्द निदान कराना बहुत जरूरी होता है। आमतौर पर इस समस्या से पीड़ित व्यक्ति फेमिली डॉक्टर से ही निदान कराना चाहते हैं। इस बीमारी के निदान के लिए डॉक्टर मरीज का शारीरिक परीक्षण करते हैं और यह पूछते हैं कि वह पहले से किन बीमारियों से पीड़ित है। इसके अलावा मनोचिकित्सक (psychiatrist) और मनोवैज्ञानिक (psychologist) व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य की जांच करते हैं और पीड़ित व्यक्ति के लक्षणों एवं बिहेवियर के आधार पर ही इस समस्या का निदान करते हैं।
मनोचिकित्सा के द्वारा सेक्स की लत का इलाज
कंपल्सिव सेक्सुअल बिहेवियर के इलाज के इस तरीके में पीड़ित व्यक्ति को असामान्य यौन व्यवहारों को नियंत्रित करना सीखाया जाता है। मरीज को साइकोडायनेमिक साइकोथेरेपी के बारे में बताया जाता है और उसे यह सीखाया जाता है कि वह अपने अंदर छिपे विचारों और अपने व्यवहार को कैसे जाने। उसे यह भी बताया जाता है कि इस तरह की बातें मन में आने से वह आराम से बैठकर अपनी इस परेशानी पर बात करे और किसी के लिए परेशानी उत्पन्न न करे।
मस्तिष्क में रसायनों के स्तर (chemical level) को बदलने के लिए कुछ दवाएं दी जाती है जो सेक्स की तीव्र इच्छा को घटाने में मदद करते हैं।
कंपल्सिव सेक्सुअल बिहेवियर के इलाज के लिए फ्लूक्सोजेक्टिन, पैरोजेजेक्टिन आदि दवाएं दी जाती हैं जो डिप्रेशन को कम करता है और इस बीमारी को लक्षणों को भी दूर करने में मदद करता है।
एल्कोहल लेने की आदत और सेक्स करने की लत को यह दवा कम करने में मदद करती है और मस्तिष्क को भी शांत (calm) रखती है।
चूंकि कंपल्सिव सेक्सुअल बिहेवियर का कारण ज्ञात नहीं है इसलिए इससे बचाव (prevention) के बारे में भी स्पष्ट रूप से कुछ नहीं बताया जा सकता है। लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखा जाए तो इस बीमारी से बचा जा सकता है।
जैसे ही आपको इस बीमारी के लक्षण महसूस हों या आपको अपने बर्ताव में कुछ असामान्यता दिखे तो तुरंत निदान कराकर थेरेपी ले लें।
यदि मानसिक बीमारियों के लक्षण दिख रहे हों या अधिक डिप्रेशन, चिंता और तनाव हो रहा हो तो इस समस्या को जल्द से जल्द इलाज कराकर कंपल्सिव सेक्सुअल बिहेवियर से बचा जा सकता है।
एल्कोहल और नशीले पदार्थों का सेवन न करें और मूड खराब होने पर इसे ठीक करने की कोशिश करें और संभव हो तो एक्सरसाइज करें और मन को शांत रखें।
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