आजकल टीवी पर इतने इतने चैनल हो की हम एक भी नहीं देख पाते ठीक से एक पर विज्ञापन आता है तो दूसरा चैनल लगा लेते है दूसरे पर आया तो तीसरे पर लेकिन पूरा कुछ नहीं देख पाते। और टीवी पर इतने सीरियल और मूवी आती है की पता नहीं लगता क्या लगाए किस ने क्या देखना है किसी ने कार्टून देखना है तो किसी ने सांग सुनने होते है तो किसी मूवी देखनी होती है घर में 6 लोग हो तो एक चैनल तो लगा रह ही नहीं सकता है।
जब छोटे थे तो नेशनल चैनल होता था एक चैनल बस उसी को सभी देखते थे मूवी टाइम शुक्रवार और शनिवार ये दो दिन मूवी 9 बजे आती थी इसी में खुश और अब जितने चैनल उतनी मूवी दिन 3 बार एक ही मूवी हर 3 घंटे बाद। हमारे बचपन टीवी की दुनिया ही अलग थी सीरियल नाम ही सुनकर पता लग जाता था क्या दिखाया जायेगा। हम सीरियल देखते थे उनके नाम मनोरंजक , इतिहासिक और धार्मिक होते थे भक्ति सागर, श्री कृष्णा , रामायण , महाभारत , अलिफ- लैला , चंद्रकांता, चित्रहार , मिट्टी के रंग , नारी तू नारायणी , सुराग , और रविवार को कुछ खास रंगोली , मोंगली , शक्तिमान और ना जाने ऐसे कितने सीरियल लेकिन आज कल तो सीरियल के नाम ही बड़े अनोखे होते हो जिन्हे सुन के हंसी आ जाती है आज कल के सीरियल के नाम कुछ ऐसे है
वो तेरी भाभी है पगले ,
अम्मा जी की गली
एक मूवी आयी थी हाफ गर्ल्फ्रेंड तो सीरियल आ गया हाफ मैरिज,
हमारी देवरानी,
बढ़ो बहु,
छोटी बहु,
अभी कुछ दिन पहले मैंने एक विज्ञापन देखा एक न्यू सीरियल शुरू है
मेरी हानिकरक बीवी
और कुछ दिन पहले एक सीरियल बंद हुआ था पिया की पहरेदार ,
इकावन भी एक अलग ही नाम है सीरियल का,
भाई भइया और बरोथेर,
खिड़की ,
जो बीवी से करे प्यार ,
खटमल-ए -इश्क़,
साहिब बीवी और बॉस,
चिड़िया घर ,
दिल दे देखो,
मैं सास कब बनूँगी ,
जब छोटे थे तो नेशनल चैनल होता था एक चैनल बस उसी को सभी देखते थे मूवी टाइम शुक्रवार और शनिवार ये दो दिन मूवी 9 बजे आती थी इसी में खुश और अब जितने चैनल उतनी मूवी दिन 3 बार एक ही मूवी हर 3 घंटे बाद। हमारे बचपन टीवी की दुनिया ही अलग थी सीरियल नाम ही सुनकर पता लग जाता था क्या दिखाया जायेगा। हम सीरियल देखते थे उनके नाम मनोरंजक , इतिहासिक और धार्मिक होते थे भक्ति सागर, श्री कृष्णा , रामायण , महाभारत , अलिफ- लैला , चंद्रकांता, चित्रहार , मिट्टी के रंग , नारी तू नारायणी , सुराग , और रविवार को कुछ खास रंगोली , मोंगली , शक्तिमान और ना जाने ऐसे कितने सीरियल लेकिन आज कल तो सीरियल के नाम ही बड़े अनोखे होते हो जिन्हे सुन के हंसी आ जाती है आज कल के सीरियल के नाम कुछ ऐसे है
वो तेरी भाभी है पगले ,
अम्मा जी की गली
एक मूवी आयी थी हाफ गर्ल्फ्रेंड तो सीरियल आ गया हाफ मैरिज,
हमारी देवरानी,
बढ़ो बहु,
छोटी बहु,
अभी कुछ दिन पहले मैंने एक विज्ञापन देखा एक न्यू सीरियल शुरू है
मेरी हानिकरक बीवी
और कुछ दिन पहले एक सीरियल बंद हुआ था पिया की पहरेदार ,
इकावन भी एक अलग ही नाम है सीरियल का,
भाई भइया और बरोथेर,
खिड़की ,
जो बीवी से करे प्यार ,
खटमल-ए -इश्क़,
साहिब बीवी और बॉस,
चिड़िया घर ,
दिल दे देखो,
मैं सास कब बनूँगी ,
टीवी बीवी और मैं ,
भाभी जी घर पर है सीरियल तो आप सब देख ही रहे होंगे और जल्द ही देखेंगे जीजा जी छत पर है।. 😀😀😀😀
भाभी जी घर पर है सीरियल तो आप सब देख ही रहे होंगे और जल्द ही देखेंगे जीजा जी छत पर है।. 😀😀😀😀
आप ने अपने बचपन में कौन सा सीरियल देखा आप भी कमेंट कर के बताये बताइए
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