खजूर की विशेषता यह है कि यह आसानी से हजम हो जाता है और इसके सभी पोषक तत्वों का फायदा मिलता है।
मुख्यतः तीन प्रकार के खजूर का ज्यादा प्रचलन है ,जो बाजार में बेचे जाते है। जिसमे ताजा पका हुआ नरम खजूर होता है , दूसरा थोड़ा नर्म और थोड़ा सूखा होता है , तीसरे बिल्कुल सूखे हुए होते है जिन्हें छुहारा या खारक के नाम से जाना जाता है। खजूर दुनिया के सबसे पुराने उगाये जाने वाले फलों में से एक है। यह बहुत फायदेमंद फल है।
अफ्रीका और अरब देशों में कुछ लोग खजुर रोजाना खाते हैं। व्रत या रोजा करने के बाद खजुर खाना लाभदायक होता है। खजुर खाने से भूख शांत होती है , पोषक तत्व मिलते हैं और कमजोरी तुरंत दूर हो जाती है।
खजूर में कई प्रकार के पोषक तत्व होते है । इसमें पोटेशियम , मैग्नेशियम , कॉपर , मैगनीज तथा विटामिन बी 6 प्रचुर मात्रा में होते है। पके हुए फल में 80 % शक्कर होती है। इसके आलावा इसमें प्रोटीन , कार्बोहाइड्रेट , एंटी ऑक्सीडेंट तथा फाइबर की पर्याप्त मात्रा होती है ।
खजूर से जिंक, नियासिन , पैण्टोथेनिक एसिड , रिबोफ्लेविन , बोरोन , कोबाल्ट , फ़्लोरिन , सेलेनियम , कैल्शियम , सल्फर तथा फास्फोरस भी प्राप्त होते है।
खजुर में आंतों का कैंसर , स्तन कैंसर , प्रोस्टेट कैंसर , फेफड़े का कैंसर , पेंक्रियास के कैंसर से बचाने के गुण होते है। इसके एंटीऑक्सीडेंट संक्रमण , जलन , सूजन आदि मिटाने में सहायक होते है। इसमें मौजूद विटामिन “के” रक्त स्राव रोकता है। यह हड्डियों की मजबूती के लिए भी जरुरी होता है।
खजूर खाने से आँतों में लाभदायक बेक्टिरिया की वृद्धि होती है। इसके अतिरिक्त खजुर में पाए जाने वाले घुलनशील और अघुलनशील दोनों प्रकार के फाइबर तथा कई प्रकार के एमिनो एसिड के कारण पाचन तंत्र को बहुत लाभ होता है।
इससे भोजन सही तरीके से पचता है और भोजन के पोषक तत्व शरीर में सही तरीके से और सम्पूर्ण रूप से अवशोषित हो पाते है। पोषक तत्व सही मात्रा में मिलने से सभी अंग स्वस्थ रहते है और किसी प्रकार की कमजोरी पैदा नहीं होती।
ह्रदय को स्वस्थ बनाये रखने के लिए खजूर लाभदायक होता है। खजुर को रात को भिगो कर सुबह पीस कर लेने से ह्रदय को मजबूती मिलती है। इसे दूध के साथ उबाल कर लेने से भी यह ह्रदय के लिए बहुत फायदेमंद साबित होता है। खजूर में पाया जाने वाला पोटेशियम भी ह्रदय के लिए हितकारी होता है।
इससे ब्लड प्रेशर तथा ह्रदय की धड़कन सामान्य बने रहते है। खजूर हानिकारक कोलेस्ट्रॉल को भी कम करता है। यही कोलेस्ट्रॉल नसों में जम कर उन्हें अवरुद्ध कर देता है और ह्रदय रोग का कारण बनता है। अतः खजूर का उपयोग हार्ट के लिए अच्छा होता है।
खजुर में पाए जाने वाले खनिज तथा विटामिन हड्डियों को मजबूती प्रदान करते है। इससे ओस्टियोपोरोसिस जैसी परेशानी का सामना करने से बच सकते है।
इसमें पाए जाने वाले कॉपर , मैग्नेशियम , सेलेनियम आदि तत्व हड्डियों के स्वस्थ रहने में मददगार होते है। उम्र के साथ हड्डियों की कमजोरी से बचने के लिए खजूर का नियमित उपयोग करना चाहिए।
खजूर यौन शक्ति बढ़ाने के लिए एक अच्छा विकल्प है। 4 -5 खजूर को एक गिलास दूध में डाल कर उबाल लें। गुनगुना रहने पर खजूर खाकर ऊपर से यह दूध पी लें। चाहें तो दूध में इलायची मिला सकते है।
कुछ दिन यह प्रयोग करने से वीर्य वृद्धि होती है तथा यौन शक्ति बढ़ती है। इस प्रयोग से शुक्राणु की संख्या तथा उनकी गतिशीलता में वृद्धि होना पाया गया है। अतः यदि यौन सम्बन्ध में अरुचि या कमजोरी महसूस हो तो यह प्रयोग अवश्य आजमाना चाहिए ।
खजुर रेचक का काम करता है अर्थात मल को शरीर से बाहर निकालता है। अतः कब्ज से पीड़ित लोगों के लिए यह एक अच्छा आहार है। इसे रात भर भिगोने के बाद सुबह लेना अधिक कारगर होता है।
खजूर में घुलनशील फाइबर प्रचुर मात्रा में होने के कारण यह आंतों में मल को जमने नहीं देता और आसानी से बाहर निकालने में सहायक होता है। यह आँतों में होने वाले कैंसर से बचाव करता है।
खून की कमी होने बहुत थकान महसूस होती है और किसी काम में मन नहीं लगता। मन दुखी दुखी रहता है। ऐसे में नियमित कुछ दिन खजूर
खाने से बहुत लाभ होता है। खजुर से आयरन भरपूर मात्रा में मिलता है। खून की कमी दूर होती है तथा शरीर में एक नई जान आ जाती है।
खजूर से मिलने वाला पोटेशियम कई प्रकार से शरीर के लिए लाभदायक होता है जिसमे से एक नर्वस सिस्टम को दुरुस्त रखना भी है। यह दिमाग की सतर्कता बढ़ाता है तथा निर्णय क्षमता में वृद्धि करता है ।
उम्र बढ़ने के साथ दिमाग के कमजोर होने का अहसास होने लगता है। खजूर के उपयोग से इस परेशानी से बचा जा सकता है। अतः दिमागी काम करने वालों के लिए खजुर को नियमित खुराक में शामिल करना सही रहता है।
खजूर में विटामिन “ए” होने के कारण आँखों के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है। विटामिन “ए” के कारण आँखों का रेटिना कई प्रकार के संक्रमण से बचा रहता है। उम्र बढ़ने के साथ होने वाली आँखों की कमजोरी से बचने के लिए खजुर का नियमित उपयोग करना चाहिए।
दस्त लगने पर खजूर फायदेमंद साबित हो सकता है। पके हुए खजूर में पाया जाने वाला पोटेशियम दस्त रोकने में कारगर होता है। खजूर पाचन तंत्र पर भार नहीं डालते। इसमें पाया जाने वाला घुलनशील फाइबर अतिरिक्त पानी सोख कर मल त्याग को सामान्य बनाने में सहायक होता है। इस प्रकार दस्त होने पर खजुर खाया जा सकता है।
खजूर में सल्फर पाई जाती है जो खाने की कम ही चीजों में होती है लेकिन यह शरीर के लिए बहुत आवश्यक होती है। सल्फर की कमी के कारण एलर्जी की समस्या पैदा हो सकती है।
सल्फर युक्त भोजन से कुछ प्रकार की एलर्जी में कमी हो सकती है। विशेषकर खास मौसम में होने वाली एलर्जी में इससे बहुत आराम आता है। अतः एलर्जी के कारण या मौसम के बदलाव के कारण आप की तबियत बिगड़ती है तो कुछ दिन खजुर का नियमित उपयोग करके देखें। आराम मिल सकता है।
मुख्यतः तीन प्रकार के खजूर का ज्यादा प्रचलन है ,जो बाजार में बेचे जाते है। जिसमे ताजा पका हुआ नरम खजूर होता है , दूसरा थोड़ा नर्म और थोड़ा सूखा होता है , तीसरे बिल्कुल सूखे हुए होते है जिन्हें छुहारा या खारक के नाम से जाना जाता है। खजूर दुनिया के सबसे पुराने उगाये जाने वाले फलों में से एक है। यह बहुत फायदेमंद फल है।
अफ्रीका और अरब देशों में कुछ लोग खजुर रोजाना खाते हैं। व्रत या रोजा करने के बाद खजुर खाना लाभदायक होता है। खजुर खाने से भूख शांत होती है , पोषक तत्व मिलते हैं और कमजोरी तुरंत दूर हो जाती है।
खजूर में कई प्रकार के पोषक तत्व होते है । इसमें पोटेशियम , मैग्नेशियम , कॉपर , मैगनीज तथा विटामिन बी 6 प्रचुर मात्रा में होते है। पके हुए फल में 80 % शक्कर होती है। इसके आलावा इसमें प्रोटीन , कार्बोहाइड्रेट , एंटी ऑक्सीडेंट तथा फाइबर की पर्याप्त मात्रा होती है ।
खजूर से जिंक, नियासिन , पैण्टोथेनिक एसिड , रिबोफ्लेविन , बोरोन , कोबाल्ट , फ़्लोरिन , सेलेनियम , कैल्शियम , सल्फर तथा फास्फोरस भी प्राप्त होते है।
खजुर में आंतों का कैंसर , स्तन कैंसर , प्रोस्टेट कैंसर , फेफड़े का कैंसर , पेंक्रियास के कैंसर से बचाने के गुण होते है। इसके एंटीऑक्सीडेंट संक्रमण , जलन , सूजन आदि मिटाने में सहायक होते है। इसमें मौजूद विटामिन “के” रक्त स्राव रोकता है। यह हड्डियों की मजबूती के लिए भी जरुरी होता है।
खजूर खाने से आँतों में लाभदायक बेक्टिरिया की वृद्धि होती है। इसके अतिरिक्त खजुर में पाए जाने वाले घुलनशील और अघुलनशील दोनों प्रकार के फाइबर तथा कई प्रकार के एमिनो एसिड के कारण पाचन तंत्र को बहुत लाभ होता है।
इससे भोजन सही तरीके से पचता है और भोजन के पोषक तत्व शरीर में सही तरीके से और सम्पूर्ण रूप से अवशोषित हो पाते है। पोषक तत्व सही मात्रा में मिलने से सभी अंग स्वस्थ रहते है और किसी प्रकार की कमजोरी पैदा नहीं होती।
ह्रदय को स्वस्थ बनाये रखने के लिए खजूर लाभदायक होता है। खजुर को रात को भिगो कर सुबह पीस कर लेने से ह्रदय को मजबूती मिलती है। इसे दूध के साथ उबाल कर लेने से भी यह ह्रदय के लिए बहुत फायदेमंद साबित होता है। खजूर में पाया जाने वाला पोटेशियम भी ह्रदय के लिए हितकारी होता है।
इससे ब्लड प्रेशर तथा ह्रदय की धड़कन सामान्य बने रहते है। खजूर हानिकारक कोलेस्ट्रॉल को भी कम करता है। यही कोलेस्ट्रॉल नसों में जम कर उन्हें अवरुद्ध कर देता है और ह्रदय रोग का कारण बनता है। अतः खजूर का उपयोग हार्ट के लिए अच्छा होता है।
खजुर में पाए जाने वाले खनिज तथा विटामिन हड्डियों को मजबूती प्रदान करते है। इससे ओस्टियोपोरोसिस जैसी परेशानी का सामना करने से बच सकते है।
इसमें पाए जाने वाले कॉपर , मैग्नेशियम , सेलेनियम आदि तत्व हड्डियों के स्वस्थ रहने में मददगार होते है। उम्र के साथ हड्डियों की कमजोरी से बचने के लिए खजूर का नियमित उपयोग करना चाहिए।
खजूर यौन शक्ति बढ़ाने के लिए एक अच्छा विकल्प है। 4 -5 खजूर को एक गिलास दूध में डाल कर उबाल लें। गुनगुना रहने पर खजूर खाकर ऊपर से यह दूध पी लें। चाहें तो दूध में इलायची मिला सकते है।
कुछ दिन यह प्रयोग करने से वीर्य वृद्धि होती है तथा यौन शक्ति बढ़ती है। इस प्रयोग से शुक्राणु की संख्या तथा उनकी गतिशीलता में वृद्धि होना पाया गया है। अतः यदि यौन सम्बन्ध में अरुचि या कमजोरी महसूस हो तो यह प्रयोग अवश्य आजमाना चाहिए ।
खजुर रेचक का काम करता है अर्थात मल को शरीर से बाहर निकालता है। अतः कब्ज से पीड़ित लोगों के लिए यह एक अच्छा आहार है। इसे रात भर भिगोने के बाद सुबह लेना अधिक कारगर होता है।
खजूर में घुलनशील फाइबर प्रचुर मात्रा में होने के कारण यह आंतों में मल को जमने नहीं देता और आसानी से बाहर निकालने में सहायक होता है। यह आँतों में होने वाले कैंसर से बचाव करता है।
खून की कमी होने बहुत थकान महसूस होती है और किसी काम में मन नहीं लगता। मन दुखी दुखी रहता है। ऐसे में नियमित कुछ दिन खजूर
खाने से बहुत लाभ होता है। खजुर से आयरन भरपूर मात्रा में मिलता है। खून की कमी दूर होती है तथा शरीर में एक नई जान आ जाती है।
खजूर से मिलने वाला पोटेशियम कई प्रकार से शरीर के लिए लाभदायक होता है जिसमे से एक नर्वस सिस्टम को दुरुस्त रखना भी है। यह दिमाग की सतर्कता बढ़ाता है तथा निर्णय क्षमता में वृद्धि करता है ।
उम्र बढ़ने के साथ दिमाग के कमजोर होने का अहसास होने लगता है। खजूर के उपयोग से इस परेशानी से बचा जा सकता है। अतः दिमागी काम करने वालों के लिए खजुर को नियमित खुराक में शामिल करना सही रहता है।
खजूर में विटामिन “ए” होने के कारण आँखों के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है। विटामिन “ए” के कारण आँखों का रेटिना कई प्रकार के संक्रमण से बचा रहता है। उम्र बढ़ने के साथ होने वाली आँखों की कमजोरी से बचने के लिए खजुर का नियमित उपयोग करना चाहिए।
दस्त लगने पर खजूर फायदेमंद साबित हो सकता है। पके हुए खजूर में पाया जाने वाला पोटेशियम दस्त रोकने में कारगर होता है। खजूर पाचन तंत्र पर भार नहीं डालते। इसमें पाया जाने वाला घुलनशील फाइबर अतिरिक्त पानी सोख कर मल त्याग को सामान्य बनाने में सहायक होता है। इस प्रकार दस्त होने पर खजुर खाया जा सकता है।
खजूर में सल्फर पाई जाती है जो खाने की कम ही चीजों में होती है लेकिन यह शरीर के लिए बहुत आवश्यक होती है। सल्फर की कमी के कारण एलर्जी की समस्या पैदा हो सकती है।
सल्फर युक्त भोजन से कुछ प्रकार की एलर्जी में कमी हो सकती है। विशेषकर खास मौसम में होने वाली एलर्जी में इससे बहुत आराम आता है। अतः एलर्जी के कारण या मौसम के बदलाव के कारण आप की तबियत बिगड़ती है तो कुछ दिन खजुर का नियमित उपयोग करके देखें। आराम मिल सकता है।
No comments:
Post a Comment