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Diet for Father पिता के लिए स्वस्थ आहार

एक पिता अपने बच्चों के सपनों को साकार करने में अपनी पूरी जिंदगी लगा देता है और उन सपनों में अपनी जिंदगी जी लेता है। पूरी जिंदगी एक एक पूंजी बचाकर अपने बच्चों के सुनहरें भविष्य की नींव रखता है। अपनी जरुरतों को दरकिनार करते हुए अपने बच्चों की हर ख्‍वाह‍िश का ध्‍यान रखता है हर पिता। इस फादर्स डे के मौके पर क्‍यों न हम भी अपने पिता के स्वास्थय का ध्‍यान रखते हुए क्यों न उनके डाइट पर ध्यान दें। इस फादर्स डे पर अपने पिता के स्वास्थय से जुड़ी हेल्दी डाइट का खास ख्याल रख इससे अच्छा तोहफा उन्हें नहीं सकते है।


विटामिन बी 12 हमारे शरीर की आवश्यक तत्‍वों में से एक होता है जो कि हमारे शरीर में लाल कोशिकाओं और डीएनए बनने में महत्‍वपूर्ण भूमिका होती है। इसके अलावा यह शरीर के नर्व सिस्‍टम को भी प्रभावित करता है। आदमी बूढ़ा होता है इस विटामिन को अवशोषित करना शरीर के ल‍िए एक चुनौती हो जाता है। एक पोष्टिक आहार लेने के बावजूद शरीर तक पहुंच नहीं पाता है। इसलिए अभी से अपने पिता की सेहत के ल‍िए आज से ही विटामिन बी 12 को उनकी डाइट का हिस्सा बनाएं। इसके ल‍िए विटामिन बी 12 से भरपूर डाइट जैसे कि अंडें, दुग्ध उत्पाद, मांस और मछली पर ध्यान दें। 
केल्शियम शरीर के ल‍िए बहुत महत्वपूर्ण तत्व होता है। बहुत सारे सर्वों में ये बात साबित हो चुकी है कि जैसे जैसे हम बूढ़े होते जाते है वैसे वैसे हमारी हड्डियां कमजोर होती जाती है। इसलिए मजबूत हड्डियों के लि‍ए भरपूर मात्रा में केल्शियम लेना बहुत जरुरी होता है। इसलिए इनकी आपूर्ति के ल‍िए केल और ब्रोकली को अपनी डाइट में जरुर शामिल करें। इसके अलावा दूध और दही पर ध्यान दें। 

विटामिन डी सभी विटामिंस में से शरीर के ल‍िए आवश्यक तत्‍व होता है। यह आपकी हड्डियाें को घनत्व और मजबूती देता है। विटामिन डी शरीर को क्रोनिक बीमारी से बचाता है और आपको हेल्‍दी रखता है। ये विटामिन सूर्य की रोशनी से मिलती है इसलिए इसे सनशाइन विटामिन भी कहते हैं। अगर आप विटामिन डी डिफेशेंसी से गुजर रहें है तो डॉक्टर से जरुर बात करें। 
फलों पर ध्यान दें पुरुषों को अपने आहार में फलों को उचित स्थान देना चाहिए। पुरुष फलों को खाने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाते है। फलों में न केवल पोषक तत्वों की उच्च मात्रा होती है बल्कि यह जल्दी पचने वाले, आसानी से उपलब्ध भी हो जाते हैं। भूख लगने पर बिना झंझट तुरंत इन्हें खाया जा सकता है। फलों को मौसम के अनुरूप ही खाएं जिससे केवल स्वाद ही न मिले आपको ताजे और शरीर को फायदा पहुंचाने वाले फल मिल सकें। 
हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, मैथी और हरे मटर खाए। ये पोषक तत्वों से भरी होती हैं और तेज़ी से आपका पेट भर देती हैं | इन्हें साधारण रूप से ऑलिव आयल में लहसुन से साथ हल्का सा तलें और थोडा नमक और मिर्च मिलाकर खाएं जिससे आपको पोषण से भरपूर एक स्वस्थ स्वादिष्ट भोजन मिल जायेगा

बढ़ती उम्र में प्रतिदिन 10 प्रतिशत से 35 प्रतिशत तक कैलोरी प्रोटीन के द्वारा ग्रहण करने का लक्ष्य बनायें। प्रोटीन आपकी मांसपेशियों को बनाने में और पूरे दिन आपको ऊर्जावान बनाये रखने में मदद करता है | 

बढ़ती उम्र के साथ संयमित मात्रा में नमक की ज़रूरत होती है लेकिन बहुत अधिक मात्रा से उच्च रक्तचाप या निम्नरक्तचाप , ऑस्टियोपोरोसिस और आमाशय में अतिअम्लीयता या हाइपरएसिडिटी हो सकती है। खाना बनाते समय ही नमक को पकाकर खाएं, उसके बाद ऊपर से अतिरिक्त नमक छिड़ककर न खाएं। संयम रखें किसी भी एक या एक प्रकार के भोज्य पदार्थ का अत्यधिक उपभोग न करें। बल्कि इसकी बजाय, अपनी डाइट में विभिन्नता लाने की कोशिश करें जिससे आप सभी चीज़ों की थोड़ी-थोड़ी संयमित मात्रा खा सकें। 
कुछ लोग बहुत आसानी से मांस, चीनी, अल्कोहल या अन्य भोज्य पदार्थों को छोड़ सकते हैं लेकिन हममे से कई लोग इन्हें आसानी से छोड़ नहीं पाते। इसलिए अपनी इच्छाशक्ति को मज़बूत करके इन्हें छोड़ने की कोशिश करें |

पानी पीएं नियमित रूप से डाइट चार्ट का पालन कीजिए, एक दिन में 8-10 गिलास पानी पीजिए। एक बार में ज्‍यादा खाने से बचिए। सुबह-सुबह जॉगिंग और योगा जरूर कीजिए। नियमित रूप से चेकअप कराइए और कुछ भी खाने से पहले एक बार चिकित्सक से कंसल्ट अवश्य कीजिए।


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