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gulkand benefits गुलकंद के फायदे

गुलकंद जिसे गुलाब की पत्तियों का मुरब्बा भी कहा जाता है  एक प्रकार का जैम है जिसे भारतीय घरों में काफी पसंद किया जाता है। गुलकंद को अक्सर आपने मिठाईयों, पान आदि में खाया होगा। आयुर्वेद में गुलकंद खाने के फायदे और इसका सेवन करना काफी लाभकारी माना गया है।  स्वस्थ रखने के साथ-साथ, रिफ्रेश रहने के लिए गुलकंद का सेवन करना लाभदायक होता है। गुलकंद खाने के फायदे और स्वास्थ्य लाभ
गुलकंद के फायदे 
1.रोजाना एक से दो चम्मच गुलकंद का सेवन करने से पेट की गर्मी शांत होती है। इसलिए गुलकंद खाने से एसिडीटी की समस्या नहीं होती और साथ ही यह पेट के अल्सर और आंतों की सूजन को कम करने के लिए भी लाभकारी होता है।

2.गुलकंद के लाभ मुंह के छाले ठीक करने मेंगुलकंद में ठंडक के गुण होते हैं जो कि मुंह के छालों की गर्मी कम करता है जिससे छाले जल्दी ठीक हो जाते है।

3.गुलकंद पर्याप्त मात्रा में शक्तिशाली एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर है इसलिए आंखों की रोशनी और दिमाग की याददाश्त को बढ़ाता है।

4.गुलकंद स्किन के लिए एक टॉनिक की तरह काम करता है। रोजाना गुलकंद खाने से शरीर से सभी तरह के टॉक्सिन निकल जाते हैं जिससे रक्त शुद्ध होता है और ब्लैक-हेड्समुंहासे और पिंपल्स जैसी परेशानियों से छुटकारा मिलता है।

5.गर्मियों में गुलकंद का सेवन करना काफी लाभकारी होता है। इसमें ठंडक के गुण होते हैं इसलिए यह सन-स्ट्रोक, नाक से खून निकलने जैसी बीमारियों से रक्षा करता है और शरीर से अतिरिक्त गर्मी को निकाल देता है।

गुलकंद बनाने के लिए आवश्यक सामग्री 

  • कांच का जार
  • गुलाब की पत्तियां
  • दानेदार चीनी
  • ईलायची के दाने
  • मुक्ता पिष्ठी( पर्ल पाउडर) ईच्छा अनुसार

गुलकंद बनाने की विधि

  • घर पर ही गुलकंद बनाने के कई आसान तरीके हैं आइए जानते हैं कि घर पर कैसे गुलकंद बना सकते हैं। गुलकंद बनाने के लिए गुलाब की पत्तियों को साफ करें, ध्यान रहे कि इस पर कीड़े बिल्कुल नहीं होने चाहिए। पत्तियों को अच्छी तरह से धोकर सुखा लें।
  • जार में गुलाब की पत्तियों को डालकर इसकी परत बनाएं।
  • गुलाब की परत के ऊपर दानेदार चीनी की एक परत बनाएं।
  • अब जार में आधे से ऊपर तक गुलाब की पत्तियों और चीनी की परत बना लें और जार को ढ़क्कन से कसकर ढ़क दें।
  • 4 सप्ताह तक लगभग हर रोज 7 घंटे तक जार को धूप में रखें।
  • हर दूसरे दिन एक लकड़ी की चम्मच से जार में गुलाब और चीनी के मिश्रण को अच्छी तरह मिला लिया करें।
  • 4 सप्ताह के बाद गुलकंद तैयार हो जाएगा, अब गुलाब का जैम यानि गुलकंद आपके खाने के लिए तैयार है।

ज्यादा गुलकंद खाने के नुकसान

गुलकंद में चीनी होती है जो कि शुगर की परेशानी को और भी बढ़ा सकती है इसलिए डायबिटीज के रोगी गुलकंद ना खाएं या डॉक्टर की सलाह लेकर ही खाएं।

अधिक मात्रा में गुलकंद खाने से शरीर में चीनी के कारण ब्लड शुगर का लेवल बढ़ जाता है। इसलिए अधिक मोटे लोगों को कम मात्रा में गुलकंद खाना चाहिए।

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