पार्टनर को आकर्षित करना युवतियों के बाएं हाथ का खेल है। युवतियां अपनी बॉडी लैंग्वेज के कारण युवकों को अपना दीवाना बना लेती हैं। डायरेक्टर राज कपूर ने हिंदी फिल्मों को ग्लैमरस बनाने के लिए पहली बार फिल्म की नायिका पर नए प्रयोग किए थे। उन्होंने नायिकाओं को एक नए सेक्स अपील के साथ फिल्मों में पेश किया था। नतीजा उनकी फिल्में हिंदी सिनेमा के लिए मील का पत्थर साबित हुई थी। राज कपूर के इस प्रयोग से यह बात साफ हो गई कि हमारी सेक्सुअल फैंटेसी में बॉडी लैंग्वेज की अहम भूमिका है। तो जीवन भर बनाए रखें सैक्स अपील।
पहले की तुलना में महिलाओं में सेक्स अपील के प्रति काफी बदलाव आया है।वह इसे छिपाती नहीं है बल्कि उसे ग्लैमरस तरीके से झलकाती हैं। आजकल कई महिलाएं अपने क्लीवेज दिखाना पसंद करती हैं क्योंकि यह पुरुषों के आकर्षण का मुख्य केंद्र है।
कई बार आपने देखा होगा कि खूबसूरत नहीं होते हुए भी युवतियां अपनी बॉडी लैंग्वेज के कारण लोगों को अपना दीवाना बना लेती हैं। उनकी बातचीत, सुनने और देखने का अंदाज पुरुषों को आकर्षित करता है। आजकल तो सेक्स अपील के लिए फिनिशिंंग स्कूल में प्रशिक्षण तक दिया जाता है।
यह सच है कि कोई एक बॉडी लैंग्वेज सबको पसंद नहीं आती। सबके लिए आकर्षण का पैमाना अलग-अलग है। किसी को हंसने वाले पुरुष पसंद आते हैं ,किसी को सीरियस लोग। प्यार की परिभाषा की तरह इसकी परिभाषा भी सबके लिए अलग-अलग है।
महिलाओं के शरीर की बनावट 36-24-36 सेक्स अपील को बढ़ाती हैं। वे आमतौर पर ऐसे कपड़े पहनती हैं ताकि उनके शरीर के कर्व दिखाई दे। साड़ी में स्त्रियों के शरीर की बनावट ज्यादा दिखती है इसलिए किसी पार्टी में महिलाएं सेक्सी ब्लाउज के साथ साड़ी पहनना पसंद करती हैं। वेस्टर्न आउटफिट्स हो या ट्रैडिशनल, दोनों में खुद को सेक्सी अंदाज में कैरी किया जा सकता है।
बॉडी लैंग्वेज सिर्फ युवको को ही नहीं बल्कि दूसरों को भी आकर्षित करती है।इन दिनों युवतियों को वाइल्ड लुक के साथ सिक्स ऐब्स वाले युवक आकर्षित करते हैं। लड़कियां अब चॉकलेटी हीरो को पसंद नहीं करती हैं। इसके साथ ही व्यवहार के धनी युवकों को भी पसंद करती हैं क्योंकि ऐसे लोग आकर्षण का केंद्र जल्दी बन जाते हैं।
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