अक्सर महिलाएं सुंदर दिखने के लिए आईब्रोज को शेप देने के लिए थ्रेडिंग का सहायता लेती है। महिलाएं आज से ही नहीं सदियों से खुद को सुंदर दिखाने के लिए थ्रेडिंग का सहायता लेती आई थी। थ्रेडिंग आईब्रो के आसपास और चेहरे से अनचाहे बालों को हटाने का एक शानदार तरीका है। थ्रेडिंग लगभग सभी प्रकार की त्वचा पर की जाती है, चाहे आपकी त्वचा संवदेनशील ही क्यों न हो। वैक्सिंग जैसे विकल्प की तुलना में थ्रेडिंग एक बेहतर विकल्प है क्योंकि यह त्वचा की परत को दूर नहीं कभी-कभी खासकर संवदेनशील त्वचा पर थ्रेडिंग करवाने के बाद पिंपल्स, चकत्ते या त्वचा में लालिमा आ जाती है।
थ्रेडिंग करवाने से पहले चेहरे को धोकर अच्छे से पोंछ लें। त्वचा को गुनगुने पानी से धोने पर ज्यादा फायदा होता है। इससे थ्रेडिंग करवाते समय दर्द कम होगा और आप फ्रेश फील करेगी। फिर एक कॉटन का साफ कपड़ा लेकर अपने चेहरे को हल्के हाथों से पोंछ लें। क्योंकि रगड़कर पोंछने से आपकी त्वचा ड्राई हो सकती है। अब घरेलू टोनर लगाकर अपने चेहरे को हल्का नम कर दें। दाने वाली त्वचा के लिए विच हेजल जडी़ बूटी से बना टोनर अच्छा रहता है।
आप चाहें तो दालचीनी की चाय को टोनर के रूप में लगा सकते हैं। अब पार्लर में जाकर थ्रेडि़ंग करवाने के बाद फिर टोनर को आईब्रो पर लगाकर बर्फ लगाएं। इससे आपको जलन और संक्रमण नहीं होता है। अगर आप अपना चेहरा धोना चाहती हैं तो गुलाब जल से धोयें। यह प्राकृतिक जल, आईब्रो पर लगने वाले कट को सही कर देता है और दाने व पिंपल भी सही हो जाते हैं।
थ्रेडिंग करवाने के बाद 12 से 24 घंटे के बीच थ्रेडि़ग वाले हिस्से को न छुएं। ऐसा करने से वहां पिंपल्स, चकत्ते या जलन पैदा हो सकती है।
कॉस्मेटिक प्रॉडक्ट यूज न करें अपने चेहरे पर थ्रेडिंग करवाने के बाद, उस हिस्से में कम से कम 12 घंटे की अवधि के दौरान एसिड की मौजूदगी वाले सुगांधित कॉस्मेटिक उत्पाद जैसे क्लींजर और मॉश्चराइचर न लगाएं । क्योंकि यह एसिडिक उत्पाद त्वचा की बाहरी परत को हटा देते हैं। बाल हटाने के बाद इन्हें इस्तेमाल करने से प्रतिकूल प्रतिक्रिया हो सकती है, खासकर अगर आपकी संवेदनशील त्वचा है तो।
थ्रेडिंग के तुरंत बाद आपकी स्किन के आसपास सूजन सी आ जाती है, उस समय बहुत ही सेंसेटिव होती है, इसलिए किसी भी प्रकार के स्टीम ट्रीटमेंट से बचें। थ्रेडिंग करवाने के बाद 12 से 24 घंटे के बीच थ्रेडि़ग वाले हिस्से को न छुएं। ऐसा करने से वहां पिंपल्स, चकत्ते या जलन पैदा हो सकती है।
थ्रेडिंग करवाने से पहले चेहरे को धोकर अच्छे से पोंछ लें। त्वचा को गुनगुने पानी से धोने पर ज्यादा फायदा होता है। इससे थ्रेडिंग करवाते समय दर्द कम होगा और आप फ्रेश फील करेगी। फिर एक कॉटन का साफ कपड़ा लेकर अपने चेहरे को हल्के हाथों से पोंछ लें। क्योंकि रगड़कर पोंछने से आपकी त्वचा ड्राई हो सकती है। अब घरेलू टोनर लगाकर अपने चेहरे को हल्का नम कर दें। दाने वाली त्वचा के लिए विच हेजल जडी़ बूटी से बना टोनर अच्छा रहता है।
आप चाहें तो दालचीनी की चाय को टोनर के रूप में लगा सकते हैं। अब पार्लर में जाकर थ्रेडि़ंग करवाने के बाद फिर टोनर को आईब्रो पर लगाकर बर्फ लगाएं। इससे आपको जलन और संक्रमण नहीं होता है। अगर आप अपना चेहरा धोना चाहती हैं तो गुलाब जल से धोयें। यह प्राकृतिक जल, आईब्रो पर लगने वाले कट को सही कर देता है और दाने व पिंपल भी सही हो जाते हैं।
थ्रेडिंग करवाने के बाद 12 से 24 घंटे के बीच थ्रेडि़ग वाले हिस्से को न छुएं। ऐसा करने से वहां पिंपल्स, चकत्ते या जलन पैदा हो सकती है।
कॉस्मेटिक प्रॉडक्ट यूज न करें अपने चेहरे पर थ्रेडिंग करवाने के बाद, उस हिस्से में कम से कम 12 घंटे की अवधि के दौरान एसिड की मौजूदगी वाले सुगांधित कॉस्मेटिक उत्पाद जैसे क्लींजर और मॉश्चराइचर न लगाएं । क्योंकि यह एसिडिक उत्पाद त्वचा की बाहरी परत को हटा देते हैं। बाल हटाने के बाद इन्हें इस्तेमाल करने से प्रतिकूल प्रतिक्रिया हो सकती है, खासकर अगर आपकी संवेदनशील त्वचा है तो।
थ्रेडिंग के तुरंत बाद आपकी स्किन के आसपास सूजन सी आ जाती है, उस समय बहुत ही सेंसेटिव होती है, इसलिए किसी भी प्रकार के स्टीम ट्रीटमेंट से बचें। थ्रेडिंग करवाने के बाद 12 से 24 घंटे के बीच थ्रेडि़ग वाले हिस्से को न छुएं। ऐसा करने से वहां पिंपल्स, चकत्ते या जलन पैदा हो सकती है।
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