ब्रा एक अंडर गारमेंट है जिसे महिलाएं स्तनों का आकार सही रखने के लिए पहनती है। अंडरवियर की तरह ब्रा भी एक महत्वपूर्ण अंडर गारमेंट होता है जिसके बिना कपड़ों की फिटिंग अच्छी नहीं आती है।ब्रा पहनने से महिलाओं को चलने-फिरने, घूमने, दौड़ने और एक्सरसाइज आदि करने में समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता है। ब्रा पहनने के मुख्य मकसद स्तनों को सहारा देना होता है इसलिए महिलाओं को अपने स्तनों के आकार के हिसाब से सही साइज की ब्रा चुननी चाहिए। इस अंडर गारमेंट (ब्रा) को पहनने से जहां स्तनों का आकार सही रहने और स्तन स्वस्थ रहने जैसे फायदे होते हैं वहीं ब्रा को पहनने से रक्त संचार बाधित होने जैसे तमाम नुकसान भी होते हैं। कपड़ों और फैशन के साथ-साथ कंफर्ट के हिसाब से महिलाएं अलग-अलग प्रकार की ब्रा पहन सकती हैं। वायर ब्रा, स्पोर्ट्स ब्रा, केज़ ब्रा जैसे ब्रा के अलग-अलग प्रकार मार्केट में मौजूद हैं।
1. समय और उम्र के साथ-साथ महिलाओं के स्तन ढ़ीले होते जाते हैं। स्तन जैसे-जैसे ढ़ीले होते हैं वैसे-वैसे लटकने लगते हैं और उनका आकार बिगड़ जाता है। स्तनों का आकार जितना बड़ा होता है उनके ढ़ीले होने का खतरा उतना ही ज्यादा होता है। फ्रांस में लम्बे समय तक ब्रा पहनने पर किए गए के अध्ययन में यह पाया गया की ब्रा पहनने से स्तनों को सहारा मिलता है जिससे वे ढ़ीले नहीं होते हैं।
2.यह ब्रा का एक प्रकार स्पोर्ट्स ब्रा (Sports bra) भी होती है जो कि स्तनों का आकार सही बनाकर रखती है और काफी आरामदायक भी होती है। ये ब्रा पहनने से आप आसानी से एक्सरसाइज, कार्डियो, रस्सी कूदना आदि एक्सरसाइज बिना किसी परेशानी के कर सकती हैं।
3.ब्रा (स्पोर्ट्स ब्रा) पहनने से स्तनों की मसल्स को सहारा मिलता है जिससे एक्सरसाइज के बाद स्तनों में होने वाला दर्द कम हो जाता है। अगर एक्सरसाइज के बाद आपको स्तनों में दर्द की शिकायत होती है तो स्पोर्ट्स ब्रा पहना फायदेमंद होता है इससे आपको एक्सरसाइज करने में परेशानी नहीं होती और ना ही स्तनों में दर्द होता है।
4.स्पोर्ट्स ब्रा इतनी आरामदायक होती है कि स्तनों को सहारा देने के लिए सर्जरी के बाद भी आप इसे पहन सकते हैं। शिशु को जन्म देने के बाद भी महिलाएं स्पोर्ट्स ब्रा पहन सकती है जो कि स्तनों को आराम देती है। स्तनों को सहारा देकर कॉस्मेटिक सर्जरी या चोट लगने के बाद स्तनों को ठीक करने में स्पोर्ट्स ब्रा मदद करती है।
5.ब्रा पहने से आपकी (posture) मुद्रा बिल्कुल सही रहती है। एक अच्छी मुद्रा में बैठने और चलने से महिलाओं को शरीर में दर्द, पीठ में दर्द और कमर में दर्द की समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता है।
6.ब्रा पहनने से महिलाएं आकर्षक दिखने लगती है क्योंकि इससे स्तनों का आकार सही रहता है और कपड़ों की फिटिंग अच्छी आती है। स्तनों का आकार अच्छा दिखाने के लिए महिलाएं पैडेड ब्रा भी पहन सकती है जिससे स्तनों का आकार बड़ा लगता है।\
ब्रा पहनने के नुकसान
स्तनों का आकार अगर बड़ा होता है और आप टाइट ब्रा पहनती हैं तो इससे आपके स्तनों में दर्द हो सकता है। टाइट (tight) ब्रा स्तनों की मसल्स पर दबाव डालती है जिससे स्तनों में दर्द होने लगता है इसलिए स्तनों के आकार के हिसाब से सही आकार की ब्रा पहनें ना कि टाइट ब्रा पहनें।
ब्रा शरीर का जितना हिस्सा कवर करती है उस हिस्से में ब्लड सर्कुलेशन शरीर के अन्य हिस्सों की तुलना में कम हो जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ब्रा पहनने से ब्लड वैसल्स पर दबाव पड़ता है जिससे रक्त संचार सही से नहीं हो पाता है। यहीं कारण है की रात को भी बिना ब्रा के सोने की सलाह दी जाती है।
जरुरत से ज्यादा टाइट ब्रा पहनने से ब्रा के स्ट्रिप्स कंधों पर काफी ज्यादा ज़ोर डालते हैं। ऐसे में कंधों में दर्द होने लगता है और त्वचा पर निशान भी पड़ जाते हैं।
गर्मियों में महिलाओं की सबसे बड़ी परेशानी ब्रा पहनना होती
है। इससे उन्हें बहुत ज्यादा गर्मी और पसीने के कारण स्तनों पर रैशेज, खुजली, जलन जैसी समस्या पैदा हो जाती है। इसलिए गर्मियों में ब्रा ना पहनना ही आरामदायक होता हैं।
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