महिलायें उनके बाहों में सिमटना, किस करना, बातें करना और आलिंगन करना चाहती है, परन्तु पुरुष बिस्तर में बहुत सारी कैलोरीज़ बर्न करने के बाद सो जाते हैं। कई महिलायें यह शिकायत करती हैं कि संभोग के बाद अक्र पुरुष तुरंत ही सो जाते हैं। संभोग के बाद महिलायें पुरुषों से कई अपेक्षाएं करती हैं।
याद रखें कि यह एक व्यायाम है तथा इसमें सक्रिय भाग लेने के कारण पुरुष थक जाता है। वह या तो थक जाता है या उसे इतना अच्छा लगता है कि वह आपकी गोदी में सोना चाहता है।
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एक वैज्ञानिक अध्ययन से पता चला है कि संभोग के दौरान हमारा पूरा शरीर रिलेक्स रहता है। दिमाग की सारे चिंताएं और छुपे हुए डर भी दूर रहते हैं। सोने के लिए यह आदर्श स्थिति है, है न? अत: पुरुष सो जाता है।
एक वैज्ञानिक अध्ययन से पता चला है कि संभोग के दौरान हमारा पूरा शरीर रिलेक्स रहता है। दिमाग की सारे चिंताएं और छुपे हुए डर भी दूर रहते हैं। सोने के लिए यह आदर्श स्थिति है, है न? अत: पुरुष सो जाता है।
2
सामान्यत: संभोग रात के समय किया जाता है वो भी थका देने वाले तरीके से। अत: स्वाभाविक है कि संभोग के बाद पुरुष को नींद आयेगी ही। इस बात के लिए उसे दोषी न ठहराएं। ध्यान रहे कि संभोग में सबसे अधिक मेहनत पुरुष ही करता है।
सामान्यत: संभोग रात के समय किया जाता है वो भी थका देने वाले तरीके से। अत: स्वाभाविक है कि संभोग के बाद पुरुष को नींद आयेगी ही। इस बात के लिए उसे दोषी न ठहराएं। ध्यान रहे कि संभोग में सबसे अधिक मेहनत पुरुष ही करता है।
3
जब पुरुष संभोग में चरम अवस्था पर पहुँचता तो उसका चेतन मन बंद हो जाता है, वैसे ही जैसा नींद की अवस्था में होता है। अत: उसे नींद का अनुभव होता है। कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि महिलाओं में संभोग के बाद मानसिक स्थिति इस तरह की नहीं होती और यही कारण है कि संभोग के बाग़ वह और अधिक कुछ चाहती हैं जबकि पुरुष संभोग के बाद सोना चाहता है।
जब पुरुष संभोग में चरम अवस्था पर पहुँचता तो उसका चेतन मन बंद हो जाता है, वैसे ही जैसा नींद की अवस्था में होता है। अत: उसे नींद का अनुभव होता है। कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि महिलाओं में संभोग के बाद मानसिक स्थिति इस तरह की नहीं होती और यही कारण है कि संभोग के बाग़ वह और अधिक कुछ चाहती हैं जबकि पुरुष संभोग के बाद सोना चाहता है।
एक अन्य सिद्धांत के अनुसार संभोग के पश्चात पुरुषों के मस्तिष्क में कुछ केमिकल्स स्त्रावित होते हैं। जब प्रोलाक्टिन, वैसोप्रेसिन, नाइट्रिक ऑक्साइड, सेरोटोनिन और नोरेपाइनफिरेन जैसे रसायन स्त्रावित होते हैं तो पुरुष को नींद आना स्वाभाविक है।
5
कुछ सिद्धांतवादी यह दावा करते हैं कि स्खलन के तुरंत बाद पुरुष का मूड बदल जाता है जिसके कारण उसे तुरंत नींद आने लगती है। यह वैसे ही है जैसे कोई उच्च स्थिति से किसी निम्न स्थिति में आ गया हो।
कुछ सिद्धांतवादी यह दावा करते हैं कि स्खलन के तुरंत बाद पुरुष का मूड बदल जाता है जिसके कारण उसे तुरंत नींद आने लगती है। यह वैसे ही है जैसे कोई उच्च स्थिति से किसी निम्न स्थिति में आ गया हो।
6
संभोग के बाद व्यक्ति बहुत आराम महसूस करता है और यह सोने के लिए एक आदर्श स्थिति होती है।
संभोग के बाद व्यक्ति बहुत आराम महसूस करता है और यह सोने के लिए एक आदर्श स्थिति होती है।
7
यदि सभी सिद्धांतों को दूर रखें तो कई पुरुष बहुत कम बात करते हैं और उन्हें संभोग करना और तुरंत सो जाना ही अच्छा लगता है। सीधी सी बात है! उसे समझने का प्रयत्न करें तथा संभव हो तो उन्हें भी समझाने का प्रयत्न करें कि आप क्या चाहती हैं।
यदि सभी सिद्धांतों को दूर रखें तो कई पुरुष बहुत कम बात करते हैं और उन्हें संभोग करना और तुरंत सो जाना ही अच्छा लगता है। सीधी सी बात है! उसे समझने का प्रयत्न करें तथा संभव हो तो उन्हें भी समझाने का प्रयत्न करें कि आप क्या चाहती हैं।
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